रांची: झारखंड में मंत्रिमंडल विस्तार के बाद अब चंपई सोरेन सरकार के सामने मुश्किलें बढ़ गई हैं. मंत्री नहीं बनाए जाने से नाराज कांग्रेस के 12 विधायक दिल्ली जा रहे हैं. वहीं कांग्रेस के नाराज विधायक दिल्ली में आलाकमान से मुलाकात कर अपनी बात रखेंगे।
कांग्रेस सूत्र के मुताबिक पार्टी का शीर्ष नेतृत्व इन विधायकों से संपर्क में है. नए मंत्री इसलिए नहीं बनाए गए, क्योंकि कुछ ही समय लोकसभा चुनाव बाकी है. लोकसभा चुनाव को लेकर जल्द ही राज्य में आचार संहिता लागू हो जाएगी. इस स्थिति में नए आदमी को विभाग का काम समझने तक का मौका नहीं मिल पाएगा।
ये सभी विधायक झारखंड में मंत्री बनना चाहते हैं, लेकिन आपस में एक दूसरे का समर्थन भी नहीं है. वहीं नेतृत्व नजर बनाए हुए है जो सरकार के हित में होगा. उधर कांग्रेस विधायक अंबा प्रसाद ने कहा कि कुछ चीजों को हमलोग सुधारने में लगे हैं. यह संगठन की भावना है जो हमलोगों की टीम का है. हमारे टीम में 12 लोग शामिल हैं. कुछ मुद्दों को लेकर बदलाव करना जरुर हैं. हमलोग किसी भी तरह से संतुष्ट नहीं हैं. विधायकों के कई काम रुके रहते हैं. हमलोग फोन करते है तो रिसीव नहीं किया जाता है. वहीं झारखंड कांग्रेस अध्यक्ष राजेश ठाकुर ने कहा कि शपथ ग्रहण समारोह से पहले ही उन्होंने अपनी भावनाएं साझा कर दी थीं।
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