यौन शौषण में जेल रिटर्न भोले बाबा को अखिलेश यादव कहते हैं ब्रह्माण्ड का बड़ा संत?

Hathras Stampede: उत्तर प्रदेश के हाथरस में मंगलवार शाम को दर्दनाक हादसा हो गया। भोले बाबा के सत्संग में भगदड़ मचने से 116 लोगों की मौत हो गई। मरने वालों में ज्यादातर महिलाएं और बच्चे हैं। हाल के सालों में धार्मिक आयोजनों में हुआ ये सबसे बड़ा हादसा है। पैरों की धूल लेना चाहते थे […]

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यौन शौषण में जेल रिटर्न भोले बाबा को अखिलेश यादव कहते हैं ब्रह्माण्ड का बड़ा संत?

Pooja Thakur

  • July 3, 2024 8:15 am Asia/KolkataIST, Updated 5 months ago

Hathras Stampede: उत्तर प्रदेश के हाथरस में मंगलवार शाम को दर्दनाक हादसा हो गया। भोले बाबा के सत्संग में भगदड़ मचने से 116 लोगों की मौत हो गई। मरने वालों में ज्यादातर महिलाएं और बच्चे हैं। हाल के सालों में धार्मिक आयोजनों में हुआ ये सबसे बड़ा हादसा है।

पैरों की धूल लेना चाहते थे लोग

जानकारी के मुताबिक यह घटना तब हुई, जब लोग बाबा के पैरों की धूल लेना चाहते थे। इस दौरान वाटर कैनन से पानी की बौछारें की गई। इसमें लोग फिसले और एक दूसरे पर गिरते चले गए। घटना के बाद से भोले बाबा फरार है और 17 घंटे बाद भी पुलिस अब तक उसे नहीं पकड़ पाई है।

रेप केस में जा चुकी है नौकरी

मालूम हो कि जिस भोले बाबा को भगवान मानकर लोग पैरों की धूल लेना चाहते थे, उसके ऊपर यौन शौषण समेत 5 मामले दर्ज हैं। जब वह यूपी पुलिस में कांस्टेबल था तो रेप का आरोप लगने के बाद उसे नौकरी से निकाल दिया गया था। वह जेल भी जा चुका है। जब जेल से बाहर निकला तो नाम पहचान बदलकर बाबा बन गया।

कौन हैं बाबा

भोले बाबा का असली नाम सूरज पाल है और वह एटा जिले के बहादुर नगरी गांव का रहने वाला है। बाबा की शुरूआती पढ़ाई एटा में ही हुई थी। बाद में उत्तर प्रदेश पुलिस में नौकरी लग गई। यूपी पुलिस में हेड कांस्टेबल की नौकरी के दौरान उसके ऊपर यौन शोषण का केस दर्ज हुआ, जिसमें नौकरी चली गई। जेल से छूटने के बाद उसने अपना नाम बदलकर नारायण हरि उर्फ साकार विश्वहरि रख लिया। लोग उसे भोले बाबा कहकर बुलाने लगे। सत्संग में उसकी पत्नी भी साथ में रहती है।

अखिलेश यादव कहते हैं ब्रह्माण्ड का बड़ा संत

बाबा का 30 एकड़ में आश्रम है। वहाँ पर किसी देवी-देवता की मूर्ति नहीं है। 2014 में उसने अपना ठिकाना बदल लिया और मैनपुरी के बिछवा आ गया। उसके भक्त यहां पर भी प्रतिदिन 10 हजार से अधिक की संख्या में आते थे। बाबा कारों की काफिले के साथ चलता है। सफ़ेद रंग की सूट-बूट और रंगीन चश्मा पहनता है। बाबा का कनेक्शन ऊपर तक है। उत्तर प्रदेश के पूर्व सीएम अखिलेश यादव भी बाबा के भक्त हैं। वो ने जनवरी, 2023 में उसके एक समागम में हिस्सा लिए थे। जिसकी तस्वीर उन्होंने एक्स पर शेयर की थी। अखिलेश ने तस्वीरें शेयर करते हुए बाबा का जयकारा लगाया था।

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