नई दिल्ली, जहांगीरपुरी हिंसा को लेकर विहिप और बजरंग दल पर केस दर्ज होने. की खबर सामने आ रही थी. लेकिन अब न्यूज़ एजेंसी एएनआई ने इस खबर को वापस ले लिया है. एजेंसी ने खबर वापस लेने की वजह गलत जानकारी बताई है. एएनआई ने क्या कहा था? जहांगीरपुरी हिंसा में पुलिस द्वारा शोभायात्रा […]
नई दिल्ली, जहांगीरपुरी हिंसा को लेकर विहिप और बजरंग दल पर केस दर्ज होने. की खबर सामने आ रही थी. लेकिन अब न्यूज़ एजेंसी एएनआई ने इस खबर को वापस ले लिया है. एजेंसी ने खबर वापस लेने की वजह गलत जानकारी बताई है.
जहांगीरपुरी हिंसा में पुलिस द्वारा शोभायात्रा को बिना इज़ाज़त निकाले जाने पर यात्रा निकालने वाले आयोजकों पर कार्रवाई की जाएगी. इस बात से ही जुडी एक और खबर एएनआई ने नॉर्थ वेस्ट दिल्ली की डीसीपी उषा रंगनानी के हवाले से दी थी. जिसमें बताया गया था, विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल दिल्ली प्रांत के ख़िलाफ़ भी मामला दर्ज़ कर लिया गया है. लेकिन अब इस खबर को वापस ले लिया गया है. इसके अलावा खबर में बताया गया था कि मामले की कार्रवाई करते हुए विश्व हिंदू परिषद के ज़िला सेवा प्रमुख प्रेम शर्मा को भी गिरफ्तार कर लिया गया है.
इस मामले में दिल्ली पुलिस आयुक्त राकेश अस्थाना ने एक टीवी चैनल से बात करते हुए बताया कि उन्होंने यात्रा और जुलूस निकालने वालों के खिलाफ केस दर्ज़ किया गया है लेकिन इस बीच किसी भी संगठन का नाम नहीं लिया गया है.
जहांगीरपुरी हिंसा को लेकर अब AIMIM के प्रमुख ओवैसी भी धड़ल्ले से अपना बयान दे रहे हैं. जहां इस बार उन्होंने एक प्रेस वार्ता में कहा, हिंसा का आरोपी वहां शांति कायम करने के लिए गया था. आज दिल्ली के पुलिस कमिश्नर ने खुद ये कहा है कि जहांगीरपुरी में जो जुलूस निकला वो बिना इज़ाज़त के निकाला गया. मेरा सवाल है कि तब पुलिस क्या कर रही थी. क्या पुलिस तमाशा देखने के लिए बैठी थी? और इस शोभायात्रा में हथियारों की क्या ज़रुरत थी?
ओवैसी ने कॉन्फ्रेंस में सरकार पर निशाना साधते हुए कहा, सांप्रदायिक हिंसा केवल सरकार के चाहने पर होती है. यहां भी सरकार ने चाहा तो साम्प्रदायिक हिंसा हुई सरकार चाहती तो ये हिंसा नहीं होती. उन्होंने आगे कहा सरकार के सामने सब कुछ है. इसकी जिम्मेदारी मोदी सरकार पर आती है. दिल्ली के सीएम ने सारा इलज़ाम तो मुसलमानों पर लगा दिया. उन्हें शर्म नहीं आती क्या मुसलामानों के लिए ऐसे बयान देते हुए? जब चुनाव आते हैं तो आप वोट लेते हैं लेकिन जब ऐसा कोई मामला सामने आता है तो आप असल चेहरा दिखाते हैं.