नई दिल्ली, जहांगीरपुरी हिंसा में जिन दो मुख्य आरोपितों का नाम सामने आ रहा है अब उनसे जुड़ी एक बड़ी खबर सामने आई है. जहां मुख्य आरोपी बताए जा रहे दोनो आरोपियों अंसार और असलम को एक दिन के लिए पुलिस कस्टडी में भेजा गया है. रोहिणी कोर्ट में पेश हुए आरोपी हनुमान जयंती के […]
नई दिल्ली, जहांगीरपुरी हिंसा में जिन दो मुख्य आरोपितों का नाम सामने आ रहा है अब उनसे जुड़ी एक बड़ी खबर सामने आई है. जहां मुख्य आरोपी बताए जा रहे दोनो आरोपियों अंसार और असलम को एक दिन के लिए पुलिस कस्टडी में भेजा गया है.
हनुमान जयंती के दिन जहांगीरपुरी में हुई हिंसा के 14 आरोपियों को दिल्ली पुलिस ने आज रोहिणी कोर्ट में पेश किया. जहां रोहिणी कोर्ट में सुनवाई के दौरान दिल्ली पुलिस ने अपने बयान में बताया कि 15 तारीख को अंसार और असलम को यात्रा के निकलने की जानकारी थी, जिसके बाद इन लोगों ने घटना को अंजाम देने की पूरी तैयारी की और हिंसा को अंजाम दिया.
दोनों आरोपितों को लेकर पुलिस का पक्ष जानने के बाद कोर्ट ने अंसार और असलम को एक दिन की पुलिस कस्टडी में भेज दिया है, जबकि 12 अन्य आरोपियों को न्यायिक हिरासत में भेजा गया है. आपको बता दें, अब पूरे मामले की जांच को क्राइम ब्रांच द्वारा संभाला जा रहा है. जहां अब तक मामले में कुल 20 लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है. इन 20 आरोपियों में से 2 नाबालिग बताए जा रहे हैं. जहां अब मामले की जांच करने मौके पर स्पेशल सीपी क्राइम ब्रांच रविंद्र यादव पहुच गए हैं.
प्राथमिकी में बताया गया है- थाना जहांगीरपुरी क्षेत्र में हनुमान जन्मोत्सव का जुलूस निकाला जा रहा था. जुलूस शनिवार शाम 04:15 बजे जहांगीरपुरी से शुरू हुआ, जो बीजेआरएम अस्पताल रोड, बीसी मार्केट, कुशाल चौक होते हुए महेंद्र पार्क में समाप्त होना था. जुलूस शांतिपूर्ण तरीके से चल रहा था.
शाम करीब छह बजे जैसे ही बारात जामा मस्जिद के पास पहुंची तो अंसार नाम का शख्स अपने 4-5 साथियों के साथ आया और जुलूस में शामिल लोगों से बहस करने लगा. विवाद बढ़ने पर दोनों पक्षों में पथराव शुरू हो गया, जिससे जुलूस में भगदड़ मच गई.
हंगामे की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और दोनों पक्षों को पथराव रोकने व शांति बनाए रखने के लिए राजी करने के बाद अलग कर दिया. कुछ देर बाद अचानक दोनों ओर से नारेबाजी और पथराव शुरू हो गया. स्थिति को बिगड़ता देख पुलिस बल को बुलाया गया.