नई दिल्ली। आंध्र प्रदेश स्थित श्री वेंकटेश्वर स्वामी मंदिर (तिरुपति मंदिर) के प्रसाद में जानवरों की चर्बी की मिलावट सामने आने के बाद से घमासान मचा हुआ है। इस मामले में नई-नई जानकारी सामने आ रही है। अब बताया जा रहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी जानवरों की चर्बी वाला प्रसाद खा चुके हैं। […]
नई दिल्ली। आंध्र प्रदेश स्थित श्री वेंकटेश्वर स्वामी मंदिर (तिरुपति मंदिर) के प्रसाद में जानवरों की चर्बी की मिलावट सामने आने के बाद से घमासान मचा हुआ है। इस मामले में नई-नई जानकारी सामने आ रही है। अब बताया जा रहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी जानवरों की चर्बी वाला प्रसाद खा चुके हैं।
जानकारी के मुताबिक 2019 से 2024 के बीच आंध्र प्रदेश के सीएम रहे जगन मोहन रेड्डी प्रधानमंत्री मोदी को मंदिर का प्रसाद देते थे। जब भी प्रधानमंत्री मोदी वहां जाते थे तो पूर्व सीएम वाईएस जगन मोहन पीएम मोदी को लड्डू भेंट करते थे। इतना ही नहीं अयोध्या राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा समारोह में भी एक लाख लड्डू भेजा गया था। राम मंदिर के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास जी महाराज ने कहा कि वैष्णव संत प्याज-लहसुन भी नहीं खाते हैं और उन्हें प्रसाद में जानवरों का चर्बी मिलाकर खिलाना महापाप है। इसकी माफ़ी नहीं मिलनी चाहिए।
मालूम हो कि तिरुपति मंदिर दुनिया के सबसे लोकप्रिय और अमीर धर्मस्थलों में से एक है। यहां पर रोजाना 70 हजार श्रद्धालु भगवान वेंकटेश्वर स्वामी का दर्शन करते हैं। मंदिर में प्रतिदिन साढ़े 3 लाख लड्डू बनते हैं। इसका पुराना किचन 300 साल पुराना है, वहीं पर 200 ब्राह्मण मिलकर मुख्य प्रसाद बनाते हैं।
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