‘रायसीना डायलॉग’ में बोले नेतन्याहू- दुनिया में ताकतवर होना जरूरी, कमजोर का बचे रहना मुश्किल

रायसीना डायलॉग: इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू 6 दिवसीय भारत दौरे पर हैं. उनके साथ उनकी पत्नी सारा नेतन्याहू भी भारत आई हैं. नेतन्याहू ने मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ 'रायसीना डायलॉग' का उद्घाटन किया. 'रायसीना संवाद' के तीसरे संस्करण में वहां मौजूद लोगों को संबोधित करते हुए नेतन्याहू ने कहा कि आज की तारीख में ताकतवर होना बहुत जरूरी है क्योंकि इस दुनिया में कमजोर का बचा रह पाना बेहद मुश्किल है. नेतन्याहू ने आगे कहा कि आप हमेशा ताकतवर के साथ हाथ मिलाते हैं. अगर आपको दुनिया में शांति कायम करनी है तो भी आपको ताकतवर होना पड़ेगा.

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‘रायसीना डायलॉग’ में बोले नेतन्याहू- दुनिया में ताकतवर होना जरूरी, कमजोर का बचे रहना मुश्किल

Aanchal Pandey

  • January 17, 2018 5:24 am Asia/KolkataIST, Updated 7 years ago

नई दिल्लीः 6 दिवसीय यात्रा पर भारत पहुंचे इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ लगातार तीसरे साल आयोजित ‘रायसीना डायलॉग’ का उद्घाटन किया. कार्यक्रम में मौजूद लोगों को संबोधित करते हुए इजरायली पीएम नेतन्याहू ने कहा कि आज की तारीख में ताकतवर होना बहुत जरूरी है क्योंकि इस दुनिया में कमजोर का बचा रह पाना बेहद मुश्किल है. नेतन्याहू ने आगे कहा कि आप हमेशा ताकतवर के साथ हाथ मिलाते हैं. अगर आपको दुनिया में शांति कायम करनी है तो भी आपको ताकतवर होना पड़ेगा.

नेतन्याहू ने कहा, ‘मैं सॉफ्ट पावर को पसंद करता हूं लेकिन हार्ड पावर हमेशा बेहतर होती है. ताकतवर होना समय की सबसे बड़ी जरूरत है. जिंदा रहने के लिए न्यूनतम ताकत जरूरी है.’ नेतन्याहू ने कहा कि वह यह जानकर चौंक पड़े कि पीएम मोदी ने पिछले तीन वर्षों में भारत में व्यापार करना कितना आसान कर दिया है. ‘इज ऑफ डूइंग बिजनेस’ की रैंकिंग में भारत 42 स्थान बेहतर हुआ है. उन्होंने व्यापार के क्षेत्र में मोदी सरकार द्वारा देश में लालफीताशाही और प्रशासनिक जटिलताओं को कम करने के लिए उठाए गए कदमों की सराहना की.

नेतन्याहू ने कहा कि आज के समय में किसी भी देश के पास सैन्य ताकत, आर्थिक ताकत, तकनीकी ताकत और सांस्कृतिक ताकत का होना बहुत जरूरी है. किसी भी राष्ट्र को एक मजबूत राष्ट्र बनने के लिए इन सभी ताकतों को हासिल करने की जरूरत है. उन्होंने कहा कि मजबूत देशों से ही गठजोड़ बनाया जाता है. नेतन्याहू ने कहा, हमसे पूछा जाता है कि छोटा देश होने के बावजूद आप इतना आगे कैसे हैं? हम कहते हैं कि हम विशेष लोग हैं, जो लगातार अपनी सांस्कृतिक जड़ों को तलाशते रहते हैं और उससे जुड़े रहते हैं.’

इजरायली प्रधानमंत्री ने सफलता का मंत्र देते हुए कहा कि किसी भी देश के लिए आर्थिक वृद्धि मुक्त बाजार में ही संभव है, जिसमें नए विचारों को भी पर्याप्त महत्व दिया जाए. आर्थिक वृद्धि को परिभाषित करते हुए पीएम नेतन्याहू ने कहा कि कमजोर टिक नहीं सकता, मजबूत ही टिकेगा. उन्होंने कहा कि देश की सुरक्षा के लिए राष्ट्र की सैन्य मजबूती जरूरी होती है. सैन्य ताकत के लिए अधिक धन की जरूरत होती है और यह राशि मजबूत अर्थव्यवस्था से आती है. नेतन्याहू ने कहा कि लोकतांत्रिक देशों के बीच गठजोड़ अहम होता है.

भारत की तारीफ में बोलते हुए बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा कि भारत दुनिया की सबसे ज्यादा आबादी वाला लोकतंत्र है. यह देश दुनिया को संदेश देता है कि मानवता और आजादी एकसाथ आगे बढ़ सकते हैं. यहां लोगों के अधिकार सुरक्षित रखने के साथ ही उन्हें सोचने और बोलने की आजादी मिली हुई है. बताते चलें कि ‘रायसीना डायलॉग’ विदेश नीति को लेकर सबसे बड़ा इवेंट होता है. यह ‘रायसीना डायलॉग’ का तीसरा साल है. यह आयोजन विदेश मंत्रालय और ओआरएफ संयुक्त रूप से इसे आयोजित करते हैं. इस साल इसमें 90 देशों के 150 से ज्यादा वक्ता और 550 से ज्यादा प्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया.

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