नई दिल्ली। ‘वारिस पंजाब दे’ के प्रमुख और खालिस्तानी समर्थक अमृतपाल को लेकर बड़ी खबर सामने आई है। सुरक्षा एजेंसियों ने अमृतपाल द्वारा चलाए जा रहे संगठन को लेकर पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई द्वारा अप्रत्यक्ष रूट से फंडिग देने का खुलासा किया है। इसके अलावा भारत विरोधी गतिविधियों में शामिल होने के लिए पंजाब […]
नई दिल्ली। ‘वारिस पंजाब दे’ के प्रमुख और खालिस्तानी समर्थक अमृतपाल को लेकर बड़ी खबर सामने आई है। सुरक्षा एजेंसियों ने अमृतपाल द्वारा चलाए जा रहे संगठन को लेकर पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई द्वारा अप्रत्यक्ष रूट से फंडिग देने का खुलासा किया है।
इसके अलावा भारत विरोधी गतिविधियों में शामिल होने के लिए पंजाब के युवाओं को सोशल मीडिया के जरिए भ्रमित करने का काम भी आईएसआई द्वारा किया जा रहा है। बता दें, अमृतपाल सिंह के सैकड़ों समर्थकों ने पिछले हफ्ते अजनाला पुलिस स्टेशन पर हमला बोल दिया था। जिसके बाद इस घटना को लेकर पंजाब पुलिस के अलावा आप सरकार की कड़ी आलोचना हुई थी।
मीडिया रिपोर्टस के अनुसार केंद्रीय सुरक्षा एजेंसियों के एक अधिकारी ने अमृतपाल के पंजाब में अचानक सक्रिय होने में आईएसआई का बड़ा हाथ होने का दावा किया है। आईएसआई अमृतपाल के जरिए पंजाब में एक कट्टर सांप्रदायिक नेता खड़ा करना चाहती है। इसके अलावा वह सोशल मीडिया के जरिए भारत सरकार द्वारा सिखों पर दमन के फर्जी पोस्ट डालकर युवाओं को भड़काने का काम कर रही हैं।
केंद्रीय एजेंसी के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि, अमृतपाल जब दुबई से भारत लौटा था तब से ही एजेंसियां उसे खतरा मान रही थी। अमृतपाल सिंह के समर्थक काफी बढ़ गए हैं। इसके अलावा उसने एक निजी प्राईवेट आर्मी भी बना ली है जिसमें बंदूकधारी लोग भी शामिल है। शुरू में इनके समर्थकों की संख्या काफी कम थी लेकिन अब यह बढ़कर 20-25 हो गई है। फिलहाल हम लोगों ने अमृतपाल की गतिविधियों पर नजर रखना शुरू कर दिया है।
अधिकारी के अनुसार अमृतपाल को ब्रिटेन के एक कट्टरपंथी नेता अवतार सिंह खांडा का समर्थन है। अवतार सिंह खांडा ब्रिटेन से संचालित खालिस्तान टीवी से जुड़ा हुआ है। बताया जा रहा है अमृतपाल सिंह की खालिस्तान समर्थक आइकन की छवि को बनाने के लिए खांडा ने कट्टरपंथी सिख संगठनों के साथ अपने संबंधों का इस्तेमाल किया। इन्ही सिख संगठनों के विदेशों में मौजूद नेता आईएसआई के संपर्क में भी है।