गाजियाबाद। उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद में लिफ्ट अटकने से तीन मासूम बच्चियां करीब आधे मिनट तक उसके अंदर फंसी रहीं। बता दे कि लिफ्ट 20वें फ्लोर से नीचे आ रही थी और 11वें फ्लोर पर अटक गई। लिफ्ट में ज़्यादा देर फसंने की वज़ह से उनका रो-रोकर बुरा हाल था, वो बाहर निकलने के लिए […]
गाजियाबाद। उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद में लिफ्ट अटकने से तीन मासूम बच्चियां करीब आधे मिनट तक उसके अंदर फंसी रहीं। बता दे कि लिफ्ट 20वें फ्लोर से नीचे आ रही थी और 11वें फ्लोर पर अटक गई। लिफ्ट में ज़्यादा देर फसंने की वज़ह से उनका रो-रोकर बुरा हाल था, वो बाहर निकलने के लिए तीनों लड़कियां लगातार चीखती-चिल्लाती रही। इनका वीडियो सोशल मीडिया पर तेज़ी वायरल हो रहा है, उसमें साफ़ दिख रहा है की बच्चियां लिफ्ट को ख़ुद से खोलने की कोशिश करती रही लेकिन सारी कोशिशें फेल हो गई।
ये मामला बुधवार देर शाम का है। जब वें लिफ्ट में सवार हो गई उसके बाद अचानक 11वें फ्लोर पर आकर अटक गई। लेकिन, इस दौरान लिफ्ट की लाइट ऑन थी और बाद में उन लाइट ने भी काम करना बंद कर दिया। लिफ्ट का न गेट खुल रहा था और न ही वह नीचे जा पा रही थी। सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा सीसीटीवी फुटेज में साफ़ दिख रहा है कि तीनों बच्चियों ने हाथ से भी लिफ्ट को खोलने की काफ़ी कोशिश की है। उन्होंने काफ़ी कोशिशें की लेकिन कोई बात नहीं बनी। तीनों इतना परेशान हो गई की एक तो थक हारकर निराश हो जाती है बाक़ी दो बाद लिफ्ट में ही हाथ जोड़कर प्रार्थना करते दिख रही हैं।
इस मामले में RWA के अध्यक्ष चित्रा चतुर्वेदी और सचिव अभय झा के खिलाफ थाने में FRI दर्ज की गई थी। उनके आरोप है कि लिफ्ट मेंटेनेंस के नाम पर हर साल करीब 25 लाख रुपए ख़र्च हो रहे हैं और इसके बावजूद आए दिन ऐसी शिकायतें सामने आ रही हैं। रेजिडेंट्स लगातार शिकायत करते हैं, फिर भी लिफ्ट की दिक्कतें दूर नहीं हो पा रही हैं। इसके अलावा पैसे लिए जा रहे है लेकिन उनका उपयोग मेंटेनेंस में नहीं हो रहा है।