मेडिकल स्टूडेंट बनकर की दोस्ती घंटों कैंटीन में बिताया.. इस लेडी सिंघम ने ऐसे किया रैगिंग गैंग का पर्दाफाश

इंदौर. मध्य प्रदेश के इंदौर में पुलिस ने बेहद अनोखे तरीके से MGM मेडिकल कॉलेज के रैगिंग मामले का पर्दाफाश किया है. दरअसल, 24 जुलाई को पुलिस को कॉलेज में रैगिंग की शिकायत मिली थी जिसके बाद पुलिस ने रैगिंग करने वाले गैंग को पकड़ लिया है. पुलिस ने मामले में पर्याप्त सबूत जुटाने के […]

Advertisement
मेडिकल स्टूडेंट बनकर की दोस्ती घंटों कैंटीन में बिताया.. इस लेडी सिंघम ने ऐसे किया रैगिंग गैंग का पर्दाफाश

Aanchal Pandey

  • December 12, 2022 5:24 pm Asia/KolkataIST, Updated 2 years ago

इंदौर. मध्य प्रदेश के इंदौर में पुलिस ने बेहद अनोखे तरीके से MGM मेडिकल कॉलेज के रैगिंग मामले का पर्दाफाश किया है. दरअसल, 24 जुलाई को पुलिस को कॉलेज में रैगिंग की शिकायत मिली थी जिसके बाद पुलिस ने रैगिंग करने वाले गैंग को पकड़ लिया है. पुलिस ने मामले में पर्याप्त सबूत जुटाने के लिए कॉलेज में अंडर कवर कॉप शालिनी चौहान को मेडिकल स्टूडेंट बनाकर कॉलेज भेजा था, शालिनी ने मीडिया को बताया था कि कैसे उन्होंने ब्लाइंड रैगिंग केस का पर्दाफाश किया.

शालिनी ने बताया कि 5 महीने पहले जब पुलिस को रैगिंग की शिकायत मिली थी तो उन्होंने भी कॉलेज की छात्र बनकर कॉलेज में एंट्री ली. इस दौरान उन्होंने कॉलेज में दोस्त बनाए और कैंटीन में भी समय बिताया. साथ ही स्टूडेंट्स से बात भी की. शालिनी लगभग 5 महीने तक इस मिशन में लगी रहीं, ऐसे में उन्होंने ब्लाइंड रैगिंग केस का खुलासा करने के लिए पर्याप्त सबूत भी एकत्रित किए.

कैंटीन में पांच से छह घंटे बिताती थीं शालिनी

अंडर कवर कॉप शालिनी ने बताया कि हमारे सीनियर अधिकारी ने कुछ छात्रों को चिन्हित किया था जिनके ऊपर मुझे नजर रखने का काम दिया गया था. मैं हर रोज पांच-छह घंटे कैंटीन में, थोड़े-थोड़े समय के गैप पर वक्त बिताती थी. ऐसा इसलिए करती थी कि लोगों को लगे की मैं पूरा दिन घूमती नहीं हूं काम भी करती हूं. कैंटीन में मैं तरह-तरह के लोगों से बातें करती थी, और धीरे-धीरे, हम उन लोगों की पहचान करने लगे जो फ्रेशर्स की रैगिंग कर रहे थे.

शालिनी ने बताया कि उन्होंने खुद भी उन सीनियर छात्रों का बर्ताव नोट किया जिन पर उन्हें नज़र रखने का काम दिया गया था. उनका बर्ताव काफी रूखा और आक्रामक था शालिनी ने उनका व्यवहार नोट कर पूरी रिपोर्ट अपने अधिकारियों को सौंपी.

ये है मामला

इंदौर के महात्मा गांधी मेमोरियल मेडिकल कॉलेज में सीनियर छात्रों द्वारा फर्स्ट ईयर के छात्रों की रैगिंग का मामला सबसे पहले 24 जुलाई को सामने आया था. जूनियर छात्रों ने एंटी रैगिंग हेल्पलाइन के जरिए मदद मांगी थी, और आरोप लगाया था कि थर्ड ईयर के छात्र फर्स्ट ईयर के छात्रों से मारपीट कर उन्हें प्रताड़ित करते हैं.

 

कांग्रेस नेता का विवादित बयान, लोगों से कहा- ‘पीएम मोदी की हत्या के लिए तत्पर रहो’

Himachal New CM: शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने शिमला पहुंचे राहुल गांधी, कार्यकर्ताओं में जश्न का माहौल

Advertisement