नई दिल्ली: शुक्रवार (2 जून, 2023) को भारत में एक बड़ा हादसा हुआ, जब कोरोमंडल एक्सप्रेस दुर्घटनाग्रस्त हो गई। बता दें, कोरोमंडल एक्सप्रेस हावड़ा के शालीमार स्टेशन से चेन्नई तक चलती है। यह ट्रेन हर रोज़ चलती है और कुल मिलाकर 4 राज्यों पश्चिम बंगाल, ओडिशा, आंध्र प्रदेश और तमिलनाडु से होकर गुजरती है। […]
नई दिल्ली: शुक्रवार (2 जून, 2023) को भारत में एक बड़ा हादसा हुआ, जब कोरोमंडल एक्सप्रेस दुर्घटनाग्रस्त हो गई। बता दें, कोरोमंडल एक्सप्रेस हावड़ा के शालीमार स्टेशन से चेन्नई तक चलती है। यह ट्रेन हर रोज़ चलती है और कुल मिलाकर 4 राज्यों पश्चिम बंगाल, ओडिशा, आंध्र प्रदेश और तमिलनाडु से होकर गुजरती है।
यह सब कोरोमंडल एक्सप्रेस के बारे में है, लेकिन क्या आपने कभी कोरोमंडल तट के बारे में सुना या पढ़ा है? बता दें, कोरोमंडल तट दक्षिण पूर्व भारत में एक तटीय इलाका है, जबकि कोरोमंडल एक्सप्रेस एक तेज़ गति वाली ट्रेन है। दोनों का कनेक्शन कुछ ऐसा है कि कोरोमंडल एक्सप्रेस कोरोमंडल तट के साथ-साथ चलती है।
जैसा कि हमने अभी जाना कोरोमंडल एक्सप्रेस जो कि एक सुपरफास्ट ट्रेन है वह कोरोमंडल तट के साथ-साथ चलती है। इस वजह से ट्रेन में बैठे लोगों को उस जगह के खूबसूरत समुद्र तटों, हरे-भरे जंगलों और कई ऐतिहासिक और खूबसूरत नजारों को देखने का भी मौका मिलता है। कोरोमंडल तट भारतीय उपमहाद्वीप के दक्षिण-पूर्व में एक तटीय इलाका है, जो करीबन 22,800 वर्ग किलोमीटर के क्षेत्र को कवर करता है। तट की औसत ऊंचाई 80 मीटर बताई जाती है।
कोरोमंडल तट भी एक महत्वपूर्ण खेती का इलाका है, जिसमें मुख्य फसलें चावल, दालें, गन्ना, कपास और मूंगफली हैं। इस जगह पर मछली पकड़ने, शिपिंग और मैन्युफैक्चरिंग समेत कई सारी इंडस्ट्री देखने को मिल जाती है। कोरोमंडल तट पर सुंदर लंबे समुद्र तट, हरे-भरे जंगल और खास नजारे भी देखने को मिल जाते है, जो पर्यटकों को बहुत आकर्षित करता है। घूमने के लिए यह काफी शानदार जगह है।