गाजियाबाद में कोरोना मरीजों में स्कूली छात्रों की बढ़ रही संख्या, पैरेंट्स रहें सतर्क

गाजियाबाद। इस सप्ताह में जिले के अधिकतर सकूल खुलने वाले हैं। इन स्कूलों में नर्सरी से लेकर इंटरमीडिट तक के बच्चे शामिल हैं। चूंकि 12 वर्ष से कम उम्र के बच्चों को अभी कोरोना के टीके नही लगे हैं। इसलिए उनके पैरेंट्स को ज्यादा सतर्क रहने की आवश्यकता है। बता दें कि पिछलें 10 दिनों […]

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गाजियाबाद में कोरोना मरीजों में स्कूली छात्रों की बढ़ रही संख्या, पैरेंट्स रहें सतर्क

Vaibhav Mishra

  • June 27, 2022 4:55 pm Asia/KolkataIST, Updated 2 years ago

गाजियाबाद। इस सप्ताह में जिले के अधिकतर सकूल खुलने वाले हैं। इन स्कूलों में नर्सरी से लेकर इंटरमीडिट तक के बच्चे शामिल हैं। चूंकि 12 वर्ष से कम उम्र के बच्चों को अभी कोरोना के टीके नही लगे हैं। इसलिए उनके पैरेंट्स को ज्यादा सतर्क रहने की आवश्यकता है। बता दें कि पिछलें 10 दिनों में 42 छात्र संक्रमित हो चुके है। संक्रमित बच्चों की उम्र 5 से 11 साल के बीच है। कोरोना के भी बढ़ने का रफ्तार कभी कम कभी ज्यादा हो रही है।

बच्चों को नही लग पाई है कोरोना वैक्सीन

जिले में कोरोना के मरीजों में स्कूली छात्रों की संख्या में लगातार बढ़ रही है। पिछले 10 दिनों में 40 से ज्यादा छात्र संक्रमित हो चुके हैं। और इनमें से ज्यादातर छात्रों की उम्र पांच और ग्यारह वर्ष के बीच है, लेकिन इससे से भी बड़ी चिंता कि बात ये है कि इतने कम उम्र के बच्चों के लिए कोरोना वैक्सीन लगाने की अनुमति नहीं दी गई है। इनमें से सबसे अधिक मरीजों की संख्या 21 से 40 वर्ष तक के लोगों की है।

जिलें मे एक्टिव मरीजों की संख्या 400 के अधिक

गाजियाबाद में पिछलें 24 घंटे में 4722 लोगों का कोविड परीक्षण किया गया। जिसमें से 51 लोगों के अन्दर कोरोना की पुष्टी हुई। और 49 लोग कोरोना को मात देकर स्वस्थ हो चुके हैं। चार महीनों के बाद जिलें में एक्टिव मरीजों की संख्या 400 के पार हो गई है।

दिल्ली में संक्रमण से 4 मरीजों की मौत

बता दें कि देश राजधानी दिल्ली में कोरोना के केस में लगातार वृद्धि हुई है। पॉजिटिवीटी दर भी पहले के मुकाबले ज्यादा तेज हो गया है। जिससे दिल्ली स्वास्थ्य महकमा और वहां के प्रशासन हाई हलर्ट पर है। वे किसी भी स्थिति में कोरोना पर काबू पाना चाहते हैं। पिछलें 24 घंटे में कोरोना के 1 हजार 891 नए कोरोना मरीज संक्रमित हुए है। इस दौरान 4 संक्रमितों कि मौत हई है। यहां पर संक्रमण दर 8 प्रतिशत के ऊपर चला गया है, जो कि बहुत ज्यादा है। विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार, अगर किसी राज्य का संक्रमण दर 5 प्रतिशत से ज्यादा होता है। तो यह माना जाता है कि हालात बेकाबू हैं।

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