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महिलाओं के खिलाफ अपराध में वृद्धि, कौन से नंबर पर आता है पश्चिम बंगाल?

कोलकाता: राजधानी कोलकाता में महिला डॉक्ट से रेप के बाद हत्या मामले में लगातार विरोध प्रदर्शन जारी है.

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crime against women
  • August 16, 2024 6:00 pm Asia/KolkataIST, Updated 4 months ago

कोलकाता: राजधानी कोलकाता में महिला डॉक्ट से रेप के बाद हत्या मामले में लगातार विरोध प्रदर्शन जारी है. कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज अस्पताल में लेडी डॉक्टर के साथ हुई दरिंदगी के बारे में हर रोज नए-नए बात सामने आ रहे हैं, लेकिन आज हम आपको बताएंगे कि पश्चिम बंगाल में महिलाओं के खिलाफ हिंसा मामले कितने बढ़े हैं.

कोलकाता

वहीं लेडी डॉक्टर के पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में बताया गया है कि कई बार उसे पेनिट्रेशन का सामना करना पड़ा. इतना ही नहीं लेडी डॉक्टर के शरीर पर चोट के निशान भी मिले हैं. रिपोर्ट से पता चलता है कि उसके साथ कितनी दरिंदगी के साथ यौन अपराध हुआ है.

कोलकाता में महिला हिंसा

साल 2023 में एनसीआरबी की आई रिपोर्ट के मुताबिक पश्चिम बंगाल में महिलाओं के खिलाफ अपराध मामले में वृद्धि दर्ज की गई थी, लेकिन पश्चिम बंगाल के शहर में क्राइम रेट कम था. वहीं राजधानी कोलकाता में महिलाओं के खिलाफ अपराधों में वृद्धि दर्ज की गई है क्योंकि साल 2021 में मामलों की संख्या 1,783 से बढ़कर साल 2022 में 1,890 हो गई थी. राजधानी कोलकाता में साल 2021 में 11 बलात्कार की घटनाएं हुई थी जो साल 2020 के बराबर है, लेकिन साल 2018 में 14 और साल 2017 में 15 से कम रेप मामले सामने आए थे.

पश्चिम बंगाल में हिंसा

आपको बता दें कि पश्चिम बंगाल में साल 2021 के दौरान महिलाओं के खिलाफ ससुराल पक्ष द्वारा घरेलू हिंसा मामले में सबसे अधिक केस दर्ज किए गए थे. यह खुलासा एनसीआरबी की रिपोर्ट में हुआ है. एनसीआरबी के मुताबिक पश्चिम बंगाल में साल 2021 में धारा 498ए के तहत 19,952 मामले दर्ज हुए थे. वहीं पश्चिम बंगाल के बाद 18,375 मामलों के साथ यूपी दूसरे स्थान पर था, जबकि राजस्थान तीसरा स्थान पर था. इस धारा के तहत पिछले साल 16,949 मामले दर्ज किए गए थे.

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