मजदूर को आया 14 करोड़ का इनकम टैक्स का नोटिस, उसके नाम पर है कंपनी

पटना। बिहार के रोहतास जिले से एक बहुत ही अजीबो-गरीब घटना सामने आ रही है। यहां पर मजदूरी करने वाले एक शख्स के पास इनकम टैक्स विभाग की नोटिस आई है, उसको 14 करोड़ आयकर रिटर्न नहीं भरने का दोषी पाया गया है। नोटिस आने से गांव में हड़कंप रोहतास जिले के करगहर थाना क्षेत्र […]

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मजदूर को आया 14 करोड़ का इनकम टैक्स का नोटिस, उसके नाम पर है कंपनी

SAURABH CHATURVEDI

  • December 20, 2022 9:26 am Asia/KolkataIST, Updated 2 years ago

पटना। बिहार के रोहतास जिले से एक बहुत ही अजीबो-गरीब घटना सामने आ रही है। यहां पर मजदूरी करने वाले एक शख्स के पास इनकम टैक्स विभाग की नोटिस आई है, उसको 14 करोड़ आयकर रिटर्न नहीं भरने का दोषी पाया गया है।

नोटिस आने से गांव में हड़कंप

रोहतास जिले के करगहर थाना क्षेत्र में एक व्यक्ति को 14 करोड़ आयकर नहीं भरने का दोषी पाया गया है, जिसके चलते उसके पास इनकम टैक्स विभाग का नोटिस आया है। हैरान करने वाली बात ये है कि ये व्यक्ति पेशे से मजदूर है। इनकम टैक्स का नोटिस आते ही गांव में हड़कंप मच गया है।

मजदूर के नाम चल रही कंपनियां

बता दें कि मनोज यादव नामक एक युवक जो पेशे से मौसमी मजदूर है। दिल्ली तथा हरियाणा बीच-बीच में मजदूरी करने आते जाते रहता है। दो दिन पूर्व उसके घर पर इनकम टैक्स विभाग की टीम पहुंची तथा उन्हें नोटिस दिया गया कि उसके नाम पर कंपनियां चल रही है। जिसके द्वारा लगभग 14 लाख के आसपास का आयकर का रिटर्न बाकी है। अगर वो ये रिटर्न जमा नहीं करेगा तो कार्रवाई की जाएगी।

ठेकेदार लेते थे आधार-पैन कार्ड

इनकम टैक्स का नोटिस मिलते ही मनोज तथा उसके परिवार वाले परेशान हो गए। मनोज का कहना है कि दिल्ली तथा हरियाणा में जब वह काम के सिलसिले में जाता है तो उसका आधार कार्ड एवं पैन कार्ड ठेकेदारों द्वारा ले लिया जाता है, इसलिए ऐसा हो सकता है कि उन्हीं ठेकेदारों द्वारा कुछ गड़बड़ी की गई हो।

मासिक आय है 10-15 हजार रुपए

रोज कमा कर खाने वाले मनोज यादव को समझ में भी नहीं आ रहा है कि यह सब क्या है? वही उसके परिजन भी हताश हैं। बता दें कि पिछले कई सालों से मनोज यादव साल में 8 महीना पंजाब, हरियाणा तथा दिल्ली में छोटा-मोटा मजदूरी कर 10 से 15 हज़ार रुपये मासिक कमाता है। गांव में धान की कटनी तथा रोपनी के समय मजदूरी करने गांव चले जाता है। सवाल है कि एक मजदूर पर करोड़ों का इनकम टैक्स कैसे लाद दिया गया। प्रथम दृष्टया मामला फर्जी लगता है। माना जा रहा है कि किसी ने मनोज यादव के आधार कार्ड एवं पैन कार्ड का मिस-यूज किया है।

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