जयपुर: राजस्थान के भीषण गर्मी वाले मौसम के बीच जैसलमेर में स्थित ‘राजकुमारी रत्नावती गर्ल्स स्कूल’ ने अपनी अनूठी वास्तुकला और डिजाइन के जरिए सुर्खियां बटोरी हैं। जहां गर्मियों में राजस्थान के कई जिलों का तापमान 50 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच जाता है, वहीं यह स्कूल बिना किसी एसी या कूलर के भी ठंडा रहता […]
जयपुर: राजस्थान के भीषण गर्मी वाले मौसम के बीच जैसलमेर में स्थित ‘राजकुमारी रत्नावती गर्ल्स स्कूल’ ने अपनी अनूठी वास्तुकला और डिजाइन के जरिए सुर्खियां बटोरी हैं। जहां गर्मियों में राजस्थान के कई जिलों का तापमान 50 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच जाता है, वहीं यह स्कूल बिना किसी एसी या कूलर के भी ठंडा रहता है। इसका कारण है इसकी विशेष संरचना और सोलर पैनल का इस्तेमाल है, जो इस स्कूल को पर्यावरण के अनुकूल बनाते हैं।
राजकुमारी रत्नावती गर्ल्स स्कूल को न्यूयॉर्क की आर्किटेक्ट डायरला केलाग ने डिज़ाइन किया है। स्कूल की संरचना अंडाकार है, जो न केवल इसकी खूबसूरती को बढ़ाती है बल्कि प्राकृतिक तौर पर तापमान को नियंत्रित करने में भी मदद करती है। इस अद्वितीय डिजाइन की वजह से अंदर का वातावरण बाहर के भीषण तापमान के बावजूद ठंडा रहता है। इसके अलावा, स्कूल में सोलर पैनल लगाए गए हैं, जो ऊर्जा की बचत करते हुए बिजली की खपत को कम करते हैं।
स्कूल के डिजाइन को देखकर ऐसा लगता है जैसे यह रेगिस्तान के बीचों-बीच एक चमचमाता महल है। यह संरचना संसद भवन की तरह दिखती है, जो इसे और भी खास बनाती है। स्कूल में कैनोपी एरिया भी है, जहां छात्राएं छाया में बैठकर आराम से पढ़ाई कर सकती हैं। वहीं यह स्कूल 400 छात्राओं को मुफ्त शिक्षा प्रदान करता है। इसके साथ ही, दोपहर का भोजन भी स्कूल की ओर से ही दिया जाता है। कक्षा 10 तक की शिक्षा के साथ-साथ यहां अंग्रेजी बोलने और कंप्यूटर का भी विशेष प्रशिक्षण दिया जाता है, ताकि छात्राओं का विकास हो सके।
इस स्कूल की यूनिफॉर्म भी विशेष है, जिसे प्रसिद्ध फैशन डिजाइनर सब्यची मुखर्जी ने डिजाइन किया है। छात्राओं की यूनिफॉर्म में नीले रंग की घुटनों तक की फ्रॉक और मैरून वेस्ट पैंट का कॉम्बिनेशन है, जो इसे खास बनाता है।
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