लखनऊ। सहारनपुर से कांग्रेस सांसद इमरान मसूद ने अपने एक घंटे वाले बयान पर सफाई दी है। इमरान मसूद अब अपने एक घंटे वाले बयान को जुमला बता रहे हैं। उन्होंने कहा कि मैं हिंसा का समर्थन नहीं करता हूं। वक्फ को लेकर सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल है। मुझे पूरा भरोसा है कि अदालत न्याय करेगी। मैं फिर से कह रहा हूं जब हम सरकार में आएंगे तो इस कानून को खत्म कर देंगे। 1 घंटे वाला बयान सिर्फ जुमला है, हम संविधान के अदंर रहकर काम करेंगे।
बता दें कि कांग्रेस सांसद इमरान मसूद हैदराबाद में आयोजित ऑल इंडिया मुस्लिम मिल्ली काउंसिल के एक कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। इस दौरान उन्होंने कहा कि हम सत्ता में आये तो इनका घंटे भर में इलाज कर देंगे। अगर मस्जिदें नहीं रहेंगी तो लोग नमाज कहाँ पढ़ेंगे? कब्रिस्तान नहीं होगा तो लाश कहाँ दफ़न किया जाएगा। ईदगाह की तो बात ही न किया जाए। बीजेपी ने संविधान की आत्मा कुचलने की कोशिश की है।
इमरान मसूद ने मुस्लिम समुदाय से कानूनी दायरे में रहकर इस बिल का विरोध करने की अपील की। उन्होंने कहा कि देश में सबसे ज्यादा कानून व्यवस्था को बीजेपी ही बिगाड़ती है। उन्होंने यह भी कहा कि यह लड़ाई सिर्फ मुसलमानों की हिफाजत की नहीं है, बल्कि संविधान की हिफाजत की भी है।
मुर्शिदाबाद हिंसा बात करते हुए उन्होंने स्पष्ट किया कि वे सभी प्रकार की हिंसा के खिलाफ हैं और देश में सभी समुदायों को एक साथ रहना चाहिए। उन्होंने कहा कि भारत की खूबसूरती इसकी विविधता में है, जहां हिंदू, मुस्लिम, सिख, ईसाई सभी भाईचारे के साथ रहते हैं।
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