चेन्नई: भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान मद्रास के हॉस्टल से बड़ी खबर सामने आ रही है जहां पर हॉस्टल के कमरे में एक छात्र ने ख़ुदकुशी कर ली है. छात्र मूल रूप से महाराष्ट्र का रहने वाला है जो IIT मद्रास में केमिकल इंजीनियरिंग में द्वितीय वर्ष का छात्र था. पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर […]
चेन्नई: भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान मद्रास के हॉस्टल से बड़ी खबर सामने आ रही है जहां पर हॉस्टल के कमरे में एक छात्र ने ख़ुदकुशी कर ली है. छात्र मूल रूप से महाराष्ट्र का रहने वाला है जो IIT मद्रास में केमिकल इंजीनियरिंग में द्वितीय वर्ष का छात्र था. पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है. बता दें, इस साल हॉस्टल में ये आत्महत्या का चौथा मामला है जो सामने आया है. इससे पहले तीन बार छात्र आत्महत्या कर चुके हैं.
बता दें, भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, मद्रास (IIT-Madras) में इसी साल 3 अप्रैल के दिन इसी तरह का मामला सामने आया था. उस दौरान एक छात्र ने भी अपने ही हॉस्टल के कमरे में आत्महत्या कर ली थी. पुलिस के अनुसार छात्र की उम्र 32 वर्ष थी और वह मूल रूप से पश्चिम बंगाल का रहने वाला था.यह छात्र IIT से PHD कर रहा था. पुलिस ने इस मामले में बताया था कि छात्र ने अपने कमरे में फांसी लगा थी. इससे एक घंटे पहले उसने व्हाट्सएप स्टेटस पोस्ट किया था जिसमें वह कह रहा था कि माफ़ करना मैं बहुत अच्छा नहीं हूं.
इस स्टेटस को देख कर उसके दोस्त घबरा गए थे जिसके बाद स्थिति को गंभीरता से लेते हुए छात्र के दोस्त उसके घर पहुंचे. घर पर छात्र पंखे से लटका मिला था जिसके बाद एम्बुलेंस को बुलाया गया लेकिन अस्पताल ले जाने के बाद उसे मृत घोषित कर दिया गया.
3 अप्रैल की घटना के बाद IIT मद्रास का एक बयान भी सामने आया था. जिसमें कहा गया था कि रिसर्च स्कॉलर का एक अनुकरणीय अकादमिक रिकॉर्ड था और वेलाचेरी, चेन्नई में उनके आवास पर पीएचडी रिसर्च स्कॉलर के असामयिक निधन से हमें गहरा दुख हुआ है. अनुसंधान समुदाय के लिए एक अनुकरणीय अकादमिक और शोध रिकॉर्ड वाले छात्र का जाना बड़ी क्षति है.