चेन्नई: तमिलनाडु पुलिस की मूर्ति शाखा ने एक प्राचीन मूर्ति संग्राहक के घर से चोरी की गई करोड़ों रुपयों की 7 मूर्तियाँ बरामद की हैं। अंतरराष्ट्रीय बाजार के मुताबिक़ इन मूर्तियों की कीमत करीब सात करोड़ आंकी जा रही है. ये मूर्तियां शोभा दुरैराजन नाम की महिला के घर से बरामद की गई थीं। बताया […]
चेन्नई: तमिलनाडु पुलिस की मूर्ति शाखा ने एक प्राचीन मूर्ति संग्राहक के घर से चोरी की गई करोड़ों रुपयों की 7 मूर्तियाँ बरामद की हैं। अंतरराष्ट्रीय बाजार के मुताबिक़ इन मूर्तियों की कीमत करीब सात करोड़ आंकी जा रही है. ये मूर्तियां शोभा दुरैराजन नाम की महिला के घर से बरामद की गई थीं। बताया जाता है कि ये मूर्तियां 10 साल पहले कई मंदिरों से चोरी हो गई थीं। मूर्ति शाखा अब इन मूर्तियों को वापस उन मंदिरों में भेजने की तैयारी कर रही है जहां से ये चोरी हुई थीं।
आइडल विंग (मूर्ति शाखा) की टीम को सात दिसंबर को तलाशी के दौरान ये सात मूर्तियां शोभा दुरैराजन के घर से मिलीं। जिसके बाद आइडल विंग को शोभा ने बताया कि उसने इन मूर्तियों को 2008 और 2015 के बीच दीनदयालन में अपर्णा गैलरी से खरीदा था. साथ ही शोभा ने मूर्ति विंग के सामने भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण के साथ मूर्तियों के पंजीकरण की रसीद और दस्तावेज भी प्रस्तुत किए थे.
आपको बता दें, चोरी की गई सात में से तीन मूर्तियाँ (आधिकेशव पेरुमल, श्री देवी और भूदेवी) उलुंदुरपेट के आधि केशव पेरुमल मंदिर से चोरी की गई थी. यही नहीं, तफ्तीश के दौरान पता चला कि जुलाई 2011 में ये तीनों मूर्तियां चोरी हो गई थी.
आदि केशव पेरुमाले मूर्ती (59×27cm)
श्री देवी मूर्ती (48×20cm)
भूदेवी मूर्ती (48×21cm)
अष्टी देवर मूर्ती (48×38.5cm)
अम्मान मूर्ती (60×25 cm)
वीरा भद्र मूर्ती (40×18cm)
महादेवी मूर्ती (34x14cm)
मूर्तियों की जांच के बाद अनुमान लगाया जा रहा है कि अंतरराष्ट्रीय बाजार में इन सात मूर्तियों की कीमत लगभग सात करोड़ रुपए के करीब है। इनमें से उन तीन मूर्तियों की कीमत 5 करोड़ से अधिक है, जो 2011 में मंदिर से चोरी हो गई थीं। बाकी मूर्तियां किस मंदिर की हैं, इसकी जांच की जा रही है। अंतरराष्ट्रीय बाजार में इन चारों मूर्तियों की कीमत अंतरराष्ट्रीय बाजार में दो करोड़ रुपए आंकी गई है। शोभा दुरैराजन को 9 दिसंबर को मालूम हुआ उनके पास चोरी की मूर्तियां आई है. जिसके बाद उसने इन मूर्तियों को विंग को सौंपने का फैसला किया.