यूपी : ट्रांसजेंडर्स के लिए नए जीवन की शुरुआत! 63 किन्नरों का बना पहचान पत्र

लखनऊ : दुनिया भर में ट्रांसजेंडर्स के विकास की नई शुरुआत हो रही है. इसी कड़ी में उत्तरप्रदेश सरकार ने अपना पहला कदम बढ़ा लिया है. जहां प्रदेश में किन्नरों को उनकी पहचान दिलवाने की पहल के साथ सरकार ने ट्रांसजेंडरों (किन्नरों) को पहचान पत्र दिए जाने की शुरुआत कर दी है. जिसके तहत अब […]

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यूपी : ट्रांसजेंडर्स के लिए नए जीवन की शुरुआत! 63 किन्नरों का बना पहचान पत्र

Riya Kumari

  • September 22, 2022 8:59 pm Asia/KolkataIST, Updated 2 years ago

लखनऊ : दुनिया भर में ट्रांसजेंडर्स के विकास की नई शुरुआत हो रही है. इसी कड़ी में उत्तरप्रदेश सरकार ने अपना पहला कदम बढ़ा लिया है. जहां प्रदेश में किन्नरों को उनकी पहचान दिलवाने की पहल के साथ सरकार ने ट्रांसजेंडरों (किन्नरों) को पहचान पत्र दिए जाने की शुरुआत कर दी है. जिसके तहत अब तक राज्य में अब तक कुल 63 ट्रांसजेंडर्स को पहचान पत्र जारी किए जा चुके हैं और आगे कइयों को पहचान दिलवाने की प्रक्रिया जारी है.

केंद्र सरकार ने बनाया था पोर्टल

पहचान पत्र के लिए उत्तर प्रदेश के 249 ट्रांसजेंडरों (Transgenders) ने आवेदन किया है. जिसमें से अब तक कुल 63 को उनका पहचान पत्र जारी किया जा चुका है और बाकी अन्य 186 का पहचान पत्र प्रक्रिया में है. दरअसल उत्तर प्रदेश के हर जिले में 2 ट्रांसजेंडर प्रतिनिधियों की पहचान प्रमाण पत्र बनवाने के लिए समिति का गठन भी किया गया था. इन प्रतिनिधियों के माध्यम से हर जिले से संबंधित ट्रांसजेंडर लोग मजिस्ट्रेट से अपना पहचान प्रमाण पत्र बनवा रहे हैं. बता दें, केंद्र सरकार द्वारा ट्रांसजेडर पहचान पत्र के लिए पोर्टल (https:\\transgender.dosje.gov.in) बनाया गया था. इसी पोर्टल पर अब तक उत्तर प्रदेश के 249 ट्रांसजेंडरों ने अपनी पहचान पाने के लिए आवेदन पत्र भरा है.

राज्यों की पहल

सरकार द्वारा पहले ही ट्रांसजेंडर किन्नर कल्याण बोर्ड का गठन किया जा चुका है. इस बोर्ड की अध्यक्षता समाज कल्याण अनुसूचित जाति एवं जनजाति कल्याण मंत्री असीम अरुण और बोर्ड की उपाध्यक्ष सोनम किन्नर के हाथों में है. ट्रांसजेंडर नियम के प्रावधानों के अंर्तगत केंद्र सरकार ने साल 2020 में ट्रांसजेंडर के पहचान प्रमाण पत्र जारी कर दिया था. केंद्र की पहल के बाद अन्य कई राज्यों ने इसकी शुरुआत की.

मिलेंगे कई फायदे

बोर्ड की उपाध्यक्ष सोनम किन्नर बताती हैं कि जिला स्तर पर कैंप लगाकर अधिक से अधिक पंजीकरण करवाया जा रहा है. पंजीकरण करवाने में असमर्थ लोगों का भी घर-घर जाकर पंजीकरण किया जा रहा है. इसके अलावा ट्रांसजेंडर समुदाय किन कॉलोनियों में रहते हैं इसे भी चिन्हित किया जा रहा है. बीपीएल श्रेणी (BPL Category) के किन्नरों को सरकार की योजनाओं से लाभान्वित करवाने की प्रक्रिया जारी है. बता दें, इस पहचान पत्र से ट्रांसजेंडर वर्ग को कई सरकारी फायदे मिलेंगे. जिसमें शिक्षा भी शामिल है.

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