नई दिल्ली. उत्तर प्रदेश में एक ऑक्सीजन प्लांट के वर्चुअल इनोग्रेशन प्रोग्राम के दौरान केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी कुछ ऐसा बोल गए जिससे उन्हें शर्मिंदा होना पड़ा। दरअसल भाषण के दौरान उनकी जुबान फिसल गई और वो कह गए कि ‘सबसे पहले मुझे बहुत खुशी है कि कोविड से इस समय हमारे देश में अनेक […]
नई दिल्ली. उत्तर प्रदेश में एक ऑक्सीजन प्लांट के वर्चुअल इनोग्रेशन प्रोग्राम के दौरान केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी कुछ ऐसा बोल गए जिससे उन्हें शर्मिंदा होना पड़ा। दरअसल भाषण के दौरान उनकी जुबान फिसल गई और वो कह गए कि ‘सबसे पहले मुझे बहुत खुशी है कि कोविड से इस समय हमारे देश में अनेक लोगों को ऑक्सीजन की कमी के कारण अपनी जान गंवानी पड़ी।’
हालांकि ये लाइन बोलने के बाद गडकरी को एहसास हुआ कि वो कुछ गलत बोल गए हैं। उन्होंने तुरन्त बात बदलकर कहा कि हवा से ऑक्सीजन बनाने की तकनीक है। कोविड में अनुभव हुआ कि किसी को 3 से 4 लीटर तो किसी को 3 मिनट में 20 लीटर ऑक्सीजन की जरूरत होती है। ऐसे में सभी जिलों को ऑक्सीजन के मामले में आत्मनिर्भर होना होगा।
हमने अभी जियाेलाइट 350 टन रूस से इंपोर्ट किया है। आगे हम इस मामले में आत्मनिर्भर हों, इसका प्रयास करना होगा।
कार्यक्रम में यूपी के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य, सिद्धार्थनाथ सिंह और महेंद्र नाथ सिंह भी उपस्थित थे।