दिसपुर: खालिस्तानी समर्थक अमृतपाल सिंह को कोडिब्रूगढ़ जेल भेजा गया है। बता दें, अमृतपाल को बठिंडा से एयरलिफ्ट के जरिए लाया गया था। खबरों की मानें तो, अमृतपाल के खास दिलजीत सिंह कलसी, भगवंत सिंह, गुरमीत सिंह और बाजेका डिब्रूगढ़ जेल में कैद हैं। ऐसे में सवाल यह है कि अमृतपाल को डिब्रूगढ़ जेल में क्यों रखा जा रहा है। आपको बता दें, अमृतपाल को उत्तर प्रदेश या हरियाणा जेल में क्यों रखा जा सकता था। ऐसे में यह जेल खास क्यों है? आइए इस जेल के बारे में जानते हैं:
1. सबसे पुरानी जेल
आपको बता दें, डिब्रूगढ़ जेल नॉर्थ ईस्ट की सबसे पुरानी जेलों में शामिल है। इसे 1860 में बनाया गया था। इस जेल में United Front for the Liberation of Assam (ULFA) जैसे अलगाववादी संगठनों के कई नेता कैद थे। उल्फा संगठन का आंदोलन जब चरम पर पहुंचा तो इससे जुड़े कई नेताओं को गिरफ्तार कर डिब्रूगढ़ सेंट्रल जेल में बंद कर दिया गया।
2. सबसे सुरक्षित जेल
डिब्रूगढ़ जेल का स्थानीय पुलिस द्वारा कई बार दावा किया गया है कि यह राज्य की सबसे सुरक्षित जेलों में से एक है। यहां अमृतपाल के 9 करीबी रिश्तेदार कैद हैं। असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने अमृतपाल के करीबी दोस्तों को जेल में रखने की प्रक्रिया को पुलिस अधिकारियों के बीच सहयोग की प्रक्रिया का हिस्सा बताया। शहर के बीचोबीच बनी इस जेल का क्षेत्रफल 76,203.19 वर्ग मीटर है। इसकी दीवारें 30 फीट से ज्यादा ऊंची हैं।
3. 57 सीसीटीवी से निगरानी
खालिस्तानी समर्थकों की वजह से डिब्रूगढ़ जेल लंबे समय से सुर्खियों में है। चूंकि यहां एक के बाद एक बड़े आरोपियों को रखा जाता है, इसलिए सुरक्षा व्यवस्था और भी कड़ी कर दी गई है। अमृतपाल समर्थकों को जिस बैरक में रखा गया है, वहां कड़ी सुरक्षा है। यहां सीधे पहुंच पाना काफी मुश्किल है। एक जेल अधिकारी ने बताया कि गेट से लेकर बैरक तक 57 सीसीटीवी कैमरों से कैदियों की हर हरकत पर पैनी नजर रखी जा रही है।
4. 680 कैदियों की क्षमता
डिब्रूगढ़ जेल के एक अधिकारी की मानें तो देश की इस सेंट्रल जेल में 680 कैदियों को रखने के इंतेज़ाम है लेकिन मौजूदा समय में 430 कैदी हैं। यह जेल बड़ी तादाद में कैदियों को रखने के लिए पर्याप्त है। हालांकि ये कैदी सेंट्रल जेल में बंद हैं और इन्हें 3 साल या इससे ज्यादा की सजा हो चुकी है। इस के सेंट्रल जेल में रिहैब्लिटेशन की सुविधा भी मौजूद है।
5. अमृतपाल के लिए क्यों चुना गया डिब्रूगढ़ जेल?
अमृतपाल को डिब्रूगढ़ क्यों लाया गया, इसके कई कारण बताए गए हैं। मसलन, हाल के दिनों में यहां जेल की सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी गई है। दिल्ली और पड़ोसी राज्यों की जेलों में पहले से ही पंजाब के कई सारे नामी गैंगस्टर और बदमाश कैद हैं। इसलिए पंजाब सरकार अमृतपाल और उसके साथियों को डिब्रूगढ़ में भेजने का फैसला लिया। एक कारण यह भी बताया गया है कि असम में इसके समर्थक मुजूद नहीं हैं, इसलिए अमृतपाल को वहां रखना एक सुरक्षित फैसला है।
जेपीसी इस बिल पर सभी सियासी दलों के प्रतिनिधियों के साथ गहन चर्चा करेगी। बताया…
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) की दुनिया में कई कंपनियां एक दूसरे से प्रतिस्पर्धा कर रही हैं।…
फखरुद्दीन नाम का ये मुस्लिम शख्स हिंदू धर्म अपनाने के बाद अब फतेह सिंह बहादुर…
यूपी विधानसभा के घेराव के दौरान एक कांग्रेस कार्यकर्ता की मौत हो गई. विरोध प्रदर्शन…
लंबे अरसे के बाद अशोक गहलोत और सचिन पायलट ने एक साथ मंच साझा किया…
चीन ने भूटान की ज़मीन पर 22 गांव और बस्तियां बसाई हैं। यहां करीब 2,284…