हॉस्टल में 200 लड़कियां रह रही थीं, तभी किसी ने उठाया मौके का फ़ायदा, उनमें से एक हुई प्रेग्नेंट, पढ़कर उड़ जाएंगे होश….

रायपुर: बच्चों को परेंट्स होस्टल में इसलिए रखते हैं, क्योंकि वो ठीक से पढ़ाई कर सकें. कई लोग तो नौकरी या फिर बाहर अगर पढ़ने के लिए जाते है, तो वो हॉस्टल में ही रहते हैं. वहीं लोग हॉस्टल में रहते हैं, तो वो अपने आपको सेफ्टी महसूस करते हैं, लेकिन एक पल के लिए […]

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हॉस्टल में 200 लड़कियां रह रही थीं, तभी किसी ने उठाया मौके का फ़ायदा, उनमें से एक हुई प्रेग्नेंट, पढ़कर उड़ जाएंगे होश….

Zohaib Naseem

  • July 15, 2024 8:48 am Asia/KolkataIST, Updated 4 months ago

रायपुर: बच्चों को परेंट्स होस्टल में इसलिए रखते हैं, क्योंकि वो ठीक से पढ़ाई कर सकें. कई लोग तो नौकरी या फिर बाहर अगर पढ़ने के लिए जाते है, तो वो हॉस्टल में ही रहते हैं. वहीं लोग हॉस्टल में रहते हैं, तो वो अपने आपको सेफ्टी महसूस करते हैं, लेकिन एक पल के लिए लड़कों के लिए मान भी लेते हैं, वो अन्से फटी होने पर अपनी सेफ्टी खुद कर लेंगे, लेकिन लड़कियां कैसे करेगी.

जी हां… इसी तरह का मामला छत्तीसगढ़ के कांकेर से आया है, जहां हॉस्टल में 200 लड़कियां रह रही थीं और उसका जिम्मा रात के समय एक महिला चपरासी के पास था. तभी इसी बीच होता है कुछ ऐसा, जिसे पढ़कर आप दहल जाएंगे. दरअसल, होता यूं है कि पखांजूर के हॉस्टल में एक नाबालिग लड़की गर्भवती हो जाती है.

 

लड़की को घर भेजा

 

जब इस बात की जानकारी हॉस्टल के अधीक्षक को पता चला, तो उसने मामला को दबाने के लिए लड़की को घर भेज दिया. वहीं जब घर वालों को इस बात की जानकारी हुई, तो घर वालों ने लड़की का अबॉर्शन करा दिया.

जैसे-जैसे मामला सामने आता गया, वैसे ही इस पर जांच शुरु कर दी गई. जांच के लिए कमेटी का गठन किया गया था. इस मामले की जांच करने के लिए कलेक्टर ने आदेश दिया था. वहीं हॉस्टल सुपरिंटेंडेंट को निलंबित कर दिया गया है.

 

टीम बनाई गई

 

इस मामले की जांच अंजोर सिंह पैकरा की निगरानी में की जा रही है. 5 लोगों की टीम बनाई गई हैं और उन्हें दो दिन के अंदर रिपोर्ट सौंपने के लिए कहा है. बेठिया गांव के सरपंच और लोगों ने मामले की शिकायत कलेक्टर नीलेश क्षीरसागर से की थी. वहीं ग्रामीणों ने मामले में एक चौकाने वाली बात बताई हैं.

ग्रामीणों ने बताया कि महिला अपनी मर्जी से हॉस्टल चल रही थी. इतना ही नहीं असल कहानी में मजा तब आया, जब गांव वालों ने बताया कि महिला छात्राओं से जबरन काम भी कराया करती थी. इतना ही नहीं महिला हॉस्टल में रात के समय रहती भी नहीं थीं.

 

लड़की प्रेग्नेंट हुई

 

बता दें कि 200 छात्राओं की सुरक्षा का जिम्मा एक महिला चपरासी के पास था. वहीं इस सुरक्षा का ढील का किसी अनजान व्यक्ति ने फायदा उठाया. उसे गर्भपात भी करवा दिया और लड़की को परीक्षा में बैठने से भी रोक दिया.

गांव वालों ने एक बात का और खुलासा किया कि महिला लड़कियों को धर्म परिवर्तन के लिए चर्चा में भी भेजा करती थीं. वहीं गांव वालों को अभी भी शक है कि कहीं और किसी लड़की के साथ गलत तो न हुआ हैं?

 

 

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