गोवा पणजी, देश के कई राज्यों से इन दिनों मस्जिदों से लाउडस्पीकर को हटाने की मांग सामने आ रही है. जिसे लेकर कई हिन्दू संगठन देश भर में मांग कर रहे हैं. ऐसी ही मांग अब गोवा के हिन्दू संगठनों द्वारा भी की जा रही है. मस्जिदों के लाउडस्पीकरों को लेकर मांग गोवा में भी […]
पणजी, देश के कई राज्यों से इन दिनों मस्जिदों से लाउडस्पीकर को हटाने की मांग सामने आ रही है. जिसे लेकर कई हिन्दू संगठन देश भर में मांग कर रहे हैं. ऐसी ही मांग अब गोवा के हिन्दू संगठनों द्वारा भी की जा रही है.
गोवा में भी मस्जिदों के स्पीकरों को लेकर अब मांग सामने आ रही है. जहां गोवा के एक दक्षिणपंथी हिंदू संगठन हिंदू जनजागृति समिति द्वारा मस्जिदों में अज़ान के लिए लगाए गए लाउडस्पीकरों को लेकर गैर कानूनी इस्तेमाल को लेकर रोक लगाने की मांग की जा रही है. जहां हिंदू जनजागृति समिति गोवा के संयोजक मनोज सोलंकी का कहना है, ‘नॉर्थ गोवा के एडिशनल कलेक्टर ने मस्जिदों से अज़ान के लिए लाउडस्पीकर के इस्तेमाल पर पहले से ही आदेश जारी किये थे.’
उन्होंने आगे बताया की इसी संबंध में साल 2021 में मार्च के महीने में ही वरुण प्रिओलक द्वारा मस्जिदों को लेकर लाउडस्पीकरों को लेकर और उनके इस्तेमाल को रोकने के लिए याचिका दायर की गयी थी. हाई कोर्ट की गोवा बेंच ने इस मामले पर संज्ञान लिए था और प्रिओलकर की शिकायत पर ध्यान देने को कहा था.
इस मामले में आगे एडिशनल कलक्टर ने प्रिओलकर की शिकायत को सुनने के बाद एक्शन लिया. उन्होंने मस्जिदों से जवाब मंगवाया और इसी बीच प्रशासन की इज़ाज़त के बगैर ही मस्जिदों में लाउडस्पीकरों के इस्तेमाल जी रोकने के लिए कहा था. अब पूरे मामले को लेकर हिंदू जनजागृति समिति का कहना है कि अभी भी मस्जिदों में अज़ान के लिए लाउडस्पीकरों का इस्तेमाल जारी है.
बता दें कि हाल ही में राज ठाकरे ने मनसे कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए महाराष्ट्र के मस्जिदों से लाउडस्पीकर हटाने की मांग की थी. राज ठाकरे ने साफ शब्दों में कहा था कि अगर पुलिस और प्रशासन ने जल्द ही मस्जिदों से लाउडस्पीकर नहीं हटाया तो मस्जिदों के सामने तेज आवाज में हनुमान चालीसा बजाया जाएगा. राज ठाकरे ने चेतावनी देने के बाद यह भी कहा कि मैं प्रार्थना या किसी धर्म विशेष के खिलाफ नहीं हूं. प्रार्थना करने का अधिकार हर धर्म को है, लेकिन मुझे अपने धर्म पर गर्व है. इसलिए इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि आपकी कोई भी बात दूसरों को परेशानी का कारण न बने.