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शिमला के आश्रम में हुआ जोरदार प्रदर्शन, लोगों पर फेंके गए पत्थर, 5 लोग घायल

हिमाचल प्रदेश के शिमला स्थित स्वामी रामकृष्ण आश्रम में शनिवार रात प्रार्थना और ध्यान के बाद हंगामा हो गया। शिमला के एसपी संजीव कुमार गांधी ने घटना की पुष्टि करते हुए इसे गंभीर मामला बताया है। उन्होंने कहा, प्रार्थना और ध्यान के बाद प्रदर्शन शुरू हुआ, जो अचानक हिंसक हो गया। इसमें कुछ लोग घायल हुए।

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inkhbar News
  • November 17, 2024 5:11 pm Asia/KolkataIST, Updated 5 months ago

शिमला: हिमाचल प्रदेश के शिमला स्थित स्वामी रामकृष्ण आश्रम में शनिवार रात प्रार्थना और ध्यान के बाद हंगामा हो गया। आश्रम में जमा एक समूह के प्रदर्शन के दौरान हालात तनावपूर्ण हो गए, जिसके बाद पथराव की घटना ने स्थिति को और बिगाड़ दिया। घटना के दौरान आरोप लगाया गया है कि एबीवीपी और बीजेपी समर्थकों ने आश्रम के बाहर जमा होकर पथराव किया। आश्रम प्रबंधन पर नियंत्रण को लेकर विवाद चल रहा है, जो वर्तमान में सुप्रीम कोर्ट में विचाराधीन है। हालांकि आश्रम प्रबंधन ने आरोपों को खारिज करते हुए मामले को साजिश बताया है।

पुलिस का बयान

शिमला के एसपी संजीव कुमार गांधी ने घटना की पुष्टि करते हुए इसे गंभीर मामला बताया है। उन्होंने कहा, प्रार्थना और ध्यान के बाद प्रदर्शन शुरू हुआ, जो अचानक हिंसक हो गया। इसमें कुछ लोग घायल हुए। एबीवीपी और बीजेपी समर्थकों द्वारा पथराव की बात सामने आई है। पुलिस ने मामले में संबंधित धाराओं के तहत एफआईआर दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। एसपी ने कहा कि नवदीप के नेतृत्व में पुलिस टीम ने देर रात मौके पर पहुंचकर स्थिति को संभाला और संपत्ति की सुरक्षा सुनिश्चित की है। हालांकि शांति बहाल करने के बाद फिर से पथराव की घटना हो गई।

Protest In Shimla

आश्रम प्रबंधन ने क्या कहा

स्वामी रामकृष्ण आश्रम के सचिव तनमहिमानंद ने कहा, आश्रम में केवल धार्मिक गतिविधियां हो रही थीं। हमने पुलिस को पहले ही संभावित घटना की जानकारी दी थी। कोर्ट में मामला लंबित है और हम चाहते हैं कि इस विवाद का समाधान वहीं से हो। कुछ लोग भक्त बनकर आए और माहौल खराब करने की कोशिश की। बता दें पुलिस ने मामले को गंभीरता से लेते हुए जांच तेज कर दी है। एसपी ने कहा कि कानून-व्यवस्था बनाए रखना प्राथमिकता है और दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा। इस पूरे विवाद का समाधान सुप्रीम कोर्ट के निर्णय पर निर्भर है। आश्रम प्रबंधन ने अपील की है कि बाहरी हस्तक्षेप रोका जाए और धार्मिक स्थलों की गरिमा को बनाए रखा जाए।

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