शिमला: हिमाचल प्रदेश की सुखविंदर सिंह सुक्खू सरकार ने कन्या भ्रूण हत्या के मामले को रोकने के लिए बड़ा कदम उठाया है. सीएम सुक्खू ने ऐलान किया है कि जिन माता-पिता की इकलौती संतान लड़की है उन्हें 2 लाख रुपये की प्रोत्साहन राशि दी जाएगी. मुख्यमंत्री ने कहा है कि इंदिरा गांधी बालिका सुरक्षा योजना […]
शिमला: हिमाचल प्रदेश की सुखविंदर सिंह सुक्खू सरकार ने कन्या भ्रूण हत्या के मामले को रोकने के लिए बड़ा कदम उठाया है. सीएम सुक्खू ने ऐलान किया है कि जिन माता-पिता की इकलौती संतान लड़की है उन्हें 2 लाख रुपये की प्रोत्साहन राशि दी जाएगी. मुख्यमंत्री ने कहा है कि इंदिरा गांधी बालिका सुरक्षा योजना की प्रोत्साहन राशि को 35 हजार रुपये से बढ़ाकर 2 लाख रुपये कर दिया गया है.
सीएम सुक्खू ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि एक बेटी के जन्म के बाद परिवार नियोजन को अपनाने वाले माता-पिता को दो लाख रुपये दिए जाएंगे. इसके साथ ही दो लड़कियों के बाद दूसरा बच्चा न पैदा करने का फैसला लेने वाले माता-पिता को एक लाख रुपये की राशि दी जाएगी. बता दें कि मुख्यमंत्री सुक्खू स्वास्थ्य सुरक्षा और विनियमन निदेशालय की तरफ से गर्भधारण पूर्व और प्रसव पूर्व निदान तकनीक अधिनियम, 1994 पर आयोजित हुई दो दिवसीय क्षमता निर्माण कार्यशाला के उद्घाटन के अवसर पर पत्रकारों से बात कर रहे थे.
मुख्यमंत्री सुक्खू ने कहा कि नमूना पंजीकरण प्रणाली 2018-20 के आंकड़े के अनुसार हिमाचल प्रदेश में लिंगानुपात 950 है. यह देश में सबसे बेहतर लिंगानुपात वाले राज्यों की सूची में तीसरे स्थान पर है. सीएम ने कहा कि उनकी सरकार 21 साल की उम्र के बाद विवाह करने वाली लड़कियों को प्रोत्साहन राशि देने के बारे में विचार कर रही है. उन्होंने कहा कि राज्य सरकार सुधारों पर काफी ध्यान केंद्रित कर रही है. इसके साथ ही स्वास्थ्य क्षेत्र में आधुनिक तकनीकों को भी शामिल किया जा रहा है. साथ ही ब्लॉक-स्तरीय संस्थानों को भी मजबूत किया जा रहा है.