नई दिल्ली। किसानों ने अपनी मांगों को लेकर एक बार फिर से दिल्ली कूच करने का एलान किया है। हरियाणा-पंजाब से किसान दिल्ली की ओर रवाना हो गए हैं। इन्हें रोकने के लिए हरियाणा सरकार ने कई तरह के अवरोध भी लगा दिए हैं। सड़कों पर सीमेंटेड बैरिकेड और कीलें आदि लगाई गई हैं। बता […]
नई दिल्ली। किसानों ने अपनी मांगों को लेकर एक बार फिर से दिल्ली कूच करने का एलान किया है। हरियाणा-पंजाब से किसान दिल्ली की ओर रवाना हो गए हैं। इन्हें रोकने के लिए हरियाणा सरकार ने कई तरह के अवरोध भी लगा दिए हैं। सड़कों पर सीमेंटेड बैरिकेड और कीलें आदि लगाई गई हैं। बता दें कि नहरों को खोद दिया गया है। इसके बाद भी यदि किसान दिल्ली तक पहुंचने में सफल होते हैं तो यहां दिल्ली पुलिस ने उन्हें रोकने की तैयारी की हुई है।
इसी कड़ी में दिल्ली पुलिस ने राज्य के कई क्षेत्रों और सीमाओं पर धारा 144 लगा दी है। दिल्ली पुलिस की ओर से जारी आदेश में कहा गया है कि किसानों के आंदोलन को देखते हुए सीमाओं पर धारा 144 लागू की जा रही है। आदेश में बताया गया है कि धारा 144 रविवार 11 फरवरी से 11 मार्च तक लागू रहेगी। साथ ही धारा 144 की वजह से किसी भी बॉर्डर पर भीड़ इक्कठा नही हो सकेगी।
पुलिस की ओर से जारी हुए आदेश में कहा गया है कि धारा 144 के लागू होने के चलते ट्रैक्टर, ट्रॉली, बस, ट्रक्स, कमर्शियल व्हीकल, घोड़े आदि पर प्रोटेस्टर का दिल्ली में आना बैन होगा। इसके साथ ही किसी को भी हथियार, त्रिशूल, तलवार, लाठी या रॉड आदि के साथ दिल्ली में आना प्रतिबंधित रहेगा।
बता दें कि संयुक्त किसान मोर्चा तथा किसान मजदूर मोर्चा ने न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) की गारंटी के लिए कानून बनाने सहित कई मांगों को लेकर केंद्र पर दबाव बनाने के लिए 13 फरवरी को 26 से अधिक किसान संघों के ‘दिल्ली चलो’ प्रदर्शन का एलान किया था हालांकि 2020 में हुए किसान आंदोलन का नेतृत्व करने वाला संयुक्त किसान मोर्चा इस बार ‘दिल्ली चलो’ प्रदर्शन का हिस्सा नहीं है।