रांची: झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन (Hemant Soren Announcement) ने शुक्रवार (29 दिसंबर) को वृद्धों के लिए एक बड़ी घोषणा की है. अपनी सरकार की चौथी सालगिरह पर सीएम ने वृद्धावस्था पेंशन के लिए योग्यता आयु 60 से घटाकर 50 कर देने की घोषणा की. इसके साथ ही सीएम हेमंत ने कहा कि जो कंपनियां […]
रांची: झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन (Hemant Soren Announcement) ने शुक्रवार (29 दिसंबर) को वृद्धों के लिए एक बड़ी घोषणा की है. अपनी सरकार की चौथी सालगिरह पर सीएम ने वृद्धावस्था पेंशन के लिए योग्यता आयु 60 से घटाकर 50 कर देने की घोषणा की. इसके साथ ही सीएम हेमंत ने कहा कि जो कंपनियां राज्य में कार्यालय खोलेंगी, उनमें 75% नौकरियां स्थानीय लोगों के लिए आरक्षित की जाएंगी. बता दें कि रांची के मोरहाबादी मैदान में आयोजित एक समारोह को संबोधित करते हुए सीएम सोरेन ने यह घोषणा की.
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन (Hemant Soren Announcement) ने कहा कि राज्य में आदिवासी और दलित 50 वर्ष की आयु तक पहुंचने पर पेंशन लाभ के पात्र होंगे. इसके पीछे का कारण बताते हुए उन्होंने कहा कि आदिवासियों और दलितों में मृत्यु दर अधिक है और उन्हें 60 साल के बाद नौकरी नहीं मिलती है. साथ ही उन्होंने कहा कि उनकी सरकार राज्य में कार्यालय खोलने वाली कंपनियों में स्थानीय लोगों के लिए 75 प्रतिशत नौकरियां आरक्षित करेगी.
इस दौरान मुख्यमंत्री सोरेन ने कहा कि साल 2000 में झारखंड के गठन के बाद 20 वर्षों में केवल 16 लाख लोगों को पेंशन लाभ मिला था. उन्होंने आगे कहा कि उनकी सरकार ने 4 सालों में 36 लाख लोगों को पेंशन दिया है, जिनमें से अधिकतर 60 वर्ष से अधिक उम्र के हैं. इसके अलावा उन्होंने कहा कि हमारी सरकार ने 18 वर्ष से अधिक आयु की विधवाओं और शारीरिक रूप से विकलांग व्यक्तियों को भी पेंशन लाभ दिया है. सीएम सोरेन का कहना है कि उनकी सरकार लोगों के कल्याण के लिए लगातार काम कर रही है.
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