मुंबई: महाराष्ट्र के ठाणे शहर के पास एक निजी स्कूल में मिड-डे मील खाने के बाद 38 बच्चे बीमार हो पड़ गए, जिसके बाद उन्हें फूड प्वाइजनिंग की शिकायत पर मंगलवार को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। अधिकारियों ने इस घटना की जानकारी देते हुए बताया कि बच्चों की हालत अब स्थिर है. अस्पताल […]
मुंबई: महाराष्ट्र के ठाणे शहर के पास एक निजी स्कूल में मिड-डे मील खाने के बाद 38 बच्चे बीमार हो पड़ गए, जिसके बाद उन्हें फूड प्वाइजनिंग की शिकायत पर मंगलवार को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। अधिकारियों ने इस घटना की जानकारी देते हुए बताया कि बच्चों की हालत अब स्थिर है. अस्पताल के चिकित्सा अधिकारियों के अनुसार, आठ से 11 साल की आयु के इन बच्चों को दोपहर के भोजन के बाद चक्कर आना, जी मिचलाना, सिरदर्द और पेट में दर्द की शिकायत होने लगी थी। इसके बाद उन्हें तुरंत ठाणे के कलवा स्थित नागरिक अस्पताल में भर्ती कराया गया।
ठाणे नगर निगम (टीएमसी) के एडिशनल कमिश्नर संदीप मालवी ने बताया कि सभी बच्चे अब खतरे से बाहर हैं और उनका इलाज चल रहा है। वहीं बच्चों की हालत में धीरे-धीरे सुधार हो रहा है। संदीप मालवी ने पुष्टि की कि बीमार हुए बच्चों ने स्कूल में मिड-डे मील खाया था। अधिकारियों ने बताया कि उस दिन छात्रों को खाने में चावल और मोठ (मटकी) की सब्जी परोसी गई थी। इसके बाद फूड प्वाइजनिंग की आशंका के चलते खाद्य एवं औषधि प्रशासन (एफडीए) के अधिकारियों ने स्कूल में परोसे गए भोजन के सैंपल इकट्ठा किए हैं। हालांकि अभी यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि मटकी बासी थी या किसी और हैकारण से बच्चों की तबीयत खराब हुई है।
#WATCH | Thane, Maharashtra | 38 students of Kalwa Sahyadri School admitted to the hospital due to the alleged food poisoning after eating ‘Khichdi’ served in school. pic.twitter.com/6GXt4rNuBy
— ANI (@ANI) October 1, 2024
घटना के बारे में अधिक जानकारी देते हुए एक अधिकारी ने बताया कि शुरुआत में केवल पांच छात्रों ने बेचैनी की शिकायत की थी, लेकिन धीरे-धीरे यह संख्या बढ़ती गई। वहीं जैसे ही बच्चों की तबीयत बिगड़ने लगी, स्कूल प्रशासन ने तुरंत एंबुलेंस मंगवाई और छात्रों को अस्पताल पहुंचाया। इस दौरान बच्चों के माता-पिता भी अस्पताल में मौजूद थे, जो अपने बच्चों की हालत को लेकर परेशान थे।
कलवा अस्पताल के डीन अनिरुद्ध मालगांवकर ने बताया, पहले 24 बच्चों को पेट दर्द की शिकायत के साथ अस्पताल लाया गया था, लेकिन बाद में कुल 38 बच्चों को भर्ती किया गया। फूड प्वाइजनिंग का संदेह है और हम बच्चों की स्थिति पर 24 घंटे नजर रख रहे हैं। फिलहाल सभी छात्रों की हालत स्थिर है। इस घटना के बाद प्रशासन द्वारा मामले की जांच की जा रही है, ताकि इसके पीछे के असली कारणों का पता लगाया जा सकें।
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