चंडीगढ़: हरियाणा विधानसभा चुनाव नजदीक आ रहे हैं जिसके तहत राज्य में सियासी हलचल भी दिखाई देने लगी है. सोनीपत में भाजपा और जेजेपी को बड़ा झटका लगा है. दोनों ही पार्टियों के नेताओं ने अब कांग्रेस का दामन थाम लिया है. सोनीपत से जननायक जनता पार्टी के जिला अध्यक्ष व पूर्व विधायक पदम सिंह दहिया, बीजेपी की महिला जिला अध्यक्ष प्रमिला मलिक और त्यागी समाज के प्रदेश अध्यक्ष व बीजेपी नेता सुरेश त्यागी ने अब पार्टी बदल ली है.
इसी कड़ी में सोनीपत से कांग्रेस विधायक सुरेंद्र पंवार ने दावा किया है कि भूकंप के झटकों की ही तरह भाजपा और जेजेपी को अब हर रोज़ नए झटके लगेंगे. इन तीनों नेताओं के कांग्रेस का हाथ थामने पर सोनीपत से कांग्रेस विधायक सुरेंद्र पंवार ने मीडिया से कहा कि अब दोनों पार्टियों को हर रोज़ भूकंप के झटके महसूस होंगे. रोज़ पार्टी के कई नेता साथ छोड़कर कांग्रेस में शामिल होंगे. आगे उन्होंने कहा कि आज हर कोई कांग्रेस की तरह देख रहा है क्योंकि गठबंधन की सरकार से पिछले आठ सालों से प्रदेश में बेरोज़गारी, अपराध का इज़ाफ़ा हो रहा है.
वह आगे कहते हैं कि किसान, सरपंच, युवा व्यापारी सड़कों पर हैं. हर वर्ग गठबंधन सरकार से बुरी तरह से त्रस्त है. किसानों के साथ-साथ सरपंच पर भी सरकार लाठी-डंडे बरसा रही है. सरकार को ई टेंडरिंग व्यवस्था वापस लेनी होगी जिसे लेकर हम सरकार के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं.
ई-टेंडरिंग मामले पर हरियाणा सरकार ने यू-टर्न लिया है. सरपंचों की मांग को देखते हुए हरियाणा सरकार ने फैसला लिया है कि अब सरपंचों के पास ₹5 लाख रुपए तक का काम करवाने का अधिकार होगा. लेकिन उसके ऊपर का काम करवाने के लिए हरियाणा सरकार से ई-टेंडर जारी करवाना होगा. इसके अलावा अब हरियाणा सरकार ने सरपंचों का वेतन 3000 से बढ़ाकर 5000 प्रति माह कर दिया है. बता दें, हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने चंडीगढ़ में यह ऐलान किया है.
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