लखनऊ: जुमे की नमाज के लिए ज्ञानवापी में पहली बार भारी संख्या में नमाजी पहुंचे. दो फरवरी को ज्ञानवापी में नमाजियों की संख्या 2247 पहुंच गई. व्यासजी के तहखाने में पूजा-पाठ शुरू होने के विरोध में अंजुमन इंतेजामिया मसाजिद कमेटी की अपील पर ज्ञानवापी में दो फरवरी को नमाज पढ़ने आए थे. इस दौरान हालत […]
लखनऊ: जुमे की नमाज के लिए ज्ञानवापी में पहली बार भारी संख्या में नमाजी पहुंचे. दो फरवरी को ज्ञानवापी में नमाजियों की संख्या 2247 पहुंच गई. व्यासजी के तहखाने में पूजा-पाठ शुरू होने के विरोध में अंजुमन इंतेजामिया मसाजिद कमेटी की अपील पर ज्ञानवापी में दो फरवरी को नमाज पढ़ने आए थे. इस दौरान हालत यह हुई कि ज्ञानवापी मस्जिद में पैर रखने की जगह तक नहीं बची और नमाजियों को लौटाना पड़ा।
वहीं पुलिस ने लोगों से दूसरी मस्जिदों में नमाज पढ़ने चले जाने की अपील भी की, लेकिन भीड़ ने दोपहर बाद दालमंडी में नारेबाजी कर माहौल गरमाने की कोशिश की तो उन्हें पुलिस ने खदेड़ दिया. इस दौरान मुस्लिम इलाकों की दुकानें-कारखाने बंद रहे. आपको बता दें कि इससे पहले 25 अक्तूबर 2018 की रात ज्ञानवापी रेड जोन में वक्फ बोर्ड की दीवार तोड़ने का आरोप लगने के बाद इसके विरोध में अगले दिन जुमे की नमाज पढ़ने के लिए 2100 लोग ज्ञानवापी पहुंचे थे।
इसके 4 साल बाद ज्ञानवापी में अधिवक्ता आयुक्त के सर्वे की कार्रवाई के दौरान ज्ञानवापी में नमाज पढ़ने के लिए 2001 नमाजी पहुंचे थे. उधर मसाजिद कमेटी की अपील पर जिले भर में पुलिस और प्रशासनिक महकमा 1 फरवरी से ही हाई अलर्ट पर था, वहीं 2 फरवरी की सुबह पुलिस, पीएसी और पैरामिलिट्री फोर्स के जवानों ने पैदल गश्त शुरू कर दी. गोदौलिया से चौक थाना मार्ग पर बैरिकेडिंग की गई थी।