अहमदाबाद: 30 मार्च को रामनवमी के मौके पर देश के कई राज्यों में साम्प्रदायिक हिंसा की खबरें आईं। बता दें, गुजरात के वडोदरा में भी हिंसा देखने को मिली थी। ऐसे में अब खबर है कि वडोदरा में इफ्तार पार्टी में कुछ पुलिसकर्मी शामिल हुए। पार्टी में समोसे और गुलाब जामुन से लेकर एग बिरयानी […]
अहमदाबाद: 30 मार्च को रामनवमी के मौके पर देश के कई राज्यों में साम्प्रदायिक हिंसा की खबरें आईं। बता दें, गुजरात के वडोदरा में भी हिंसा देखने को मिली थी। ऐसे में अब खबर है कि वडोदरा में इफ्तार पार्टी में कुछ पुलिसकर्मी शामिल हुए। पार्टी में समोसे और गुलाब जामुन से लेकर एग बिरयानी तक का इंतजाम किया गया था।
कथित तौर पर 10 दिन पहले वडोदरा के पुराने शहर इलाके में सांप्रदायिक हिंसा देखने को मिली थीं। लेकिन अब यहां का शांति का माहौल है. शांति बनाए रखने के लिए वडोदरा के नवापुरा पुलिस स्टेशन के छह पुलिसकर्मियों ने मुस्लिम समुदाय के लोगों के एक इफ्तार पार्टी में शिरकत की। इस मामले में पुलिस ने एक बयान जारी किया है।
नवापुरा पुलिस स्टेशन के इंस्पेक्टर और अन्य कर्मियों ने आला अफसरों के निर्देश पर एक इफ्तार पार्टी में भाग लिया। पार्टी में पुलिस के साथ-साथ मुस्लिम समुदाय और मौलवी भी मौजूद थे। इंस्पेक्टर ने बताया, हमें आयोजकों से न्योता मिला था, जिसके बाद हमें अपने वरीय से हरी झंडी मिली और इफ्तार पार्टी में शामिल हुए।
समुदाय और पुलिस के बीच निकटता बढ़ाना बहुत महत्वपूर्ण है। हमने यह संदेश दिया है कि सामुदायिक सद्भाव की जरूरत है और पुलिस यहां समाज की रक्षा के लिए है। वड़ोदरा शहर के जेसीपी मनोज निनामा ने कहा, “सामुदायिक पुलिसिंग का सबसे महत्वपूर्ण पहलू समुदायों के आसपास रहना और उनका विश्वास हासिल करना है।
आपको बता दें, इससे पहले 30 मार्च को रामनवमी के जुलूस के दौरान वडोदरा के हाथीखाना-कुंभरवाड़ा इलाके में हिंसक झड़प देखने को मिली थी। पुलिस ने हिंसा के आधार पर कार्रवाई करते हुए अब तक 500 से अधिक लोगों के खिलाफ मामले दर्ज किए हैं। वहीं आपको बता दें, पुलिस ने अब तक दोनों समुदायों के 48 लोगों को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया है।