Gujarat Lok Sabha Elections: गुजरात में राजकोट से बीजेपी प्रत्याशी परषोत्तम रूपाला के बयान से क्षत्रिय समाज में नाराजगी है। इसी बीच गुरुवार को पीएम नरेंद्र मोदी ने जामनगर में शाही परिवार के वंशज से मुलाकात की। प्रधानमंत्री जामनगर में होने वाली चुनावी रैली से पहले जाम साहेब शत्रुसल्य सिंह से मुलाकात करने पहुंचे। इस […]
Gujarat Lok Sabha Elections: गुजरात में राजकोट से बीजेपी प्रत्याशी परषोत्तम रूपाला के बयान से क्षत्रिय समाज में नाराजगी है। इसी बीच गुरुवार को पीएम नरेंद्र मोदी ने जामनगर में शाही परिवार के वंशज से मुलाकात की। प्रधानमंत्री जामनगर में होने वाली चुनावी रैली से पहले जाम साहेब शत्रुसल्य सिंह से मुलाकात करने पहुंचे। इस दौरान उन्होंने क्षत्रिय समाज के लोगों के बलिदानों की भी प्रशंसा की।
जाम साहेब से मुलाकात के बाद प्रधानमंत्री मोदी ने अपने एक्स अकाउंट पर पोस्ट कर इस बात की जानकारी दी। पोस्ट में लिखा कि आज जाम साहब शत्रुशल्य सिंह से जामनगर स्थित उनके आवास पर जाकर उनसे मुलाकात की। उनसे मिलना और बातचीत करना हमेशा एक अनोखा सौभाग्य होता है। उनका जुनून और समझ अनुकरणीय है।
Upon reaching Jamnagar, went to the residence of Jam Saheb Shri Shatrusalyasinhji and had a wonderful interaction with him. Meeting him is always a delight. His warmth and wisdom are exemplary. pic.twitter.com/W7xqrED4Ax
— Narendra Modi (@narendramodi) May 2, 2024
जाम साहेब से मिलने के बाद पीएम मोदी एक चुनावी सभा को संबोधित करने के लिए पहुंचे। इस दौरान उन्होंने भूचर मोरी के संग्राम का जिक्र किया, जो 1591 में नवानगर राज्य के नेतृत्व वाली काठियावाड़ की सेना और जामनगर में ध्रोल के पास भूचर मोरी पठार पर मुगल सेना के खिलाफ लड़ी गई थी। इस लड़ाई में जीत तो मुगलों की हुई थी लेकिन दोनों तरफ से बड़ी तादाद में जान-माल का नुकसान हुआ था।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि जब मैं गुजरात का सीएम था तब क्षत्रिय समाज के कुछ लोग मुझसे मिलने आए और मुझे भूचर मोरी में एक प्रोग्राम में हिस्सा लेने के लिए आमंत्रित किया। उनमें से एक ने शख्स ने मुझसे कहा कि हम आपको बुला तो रहे हैं लेकिन हमें मालूम हैं कि आप नहीं आएंगे। क्योंकि किसी ने वहां अफवाह फैला दी थी कि अगर कोई मुख्यमंत्री वहां जाएगा, तो वह अपने मुख्यमंत्री पद से हाथ धो बैठेगा। इस पर प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि मैं जरूर आऊंगा क्योंकि क्षत्रिय समाज के बलिदान के सामने मेरे मुख्यमंत्री पद की कोई अहमियत नहीं है।
यह भी पढ़े-
Election 2024: जानिए कौन हैं किशोरी लाल शर्मा जो अमेठी में स्मृति ईरानी को देंगे टक्कर