मोरबी. भारतीय जनता पार्टी ने गुजरात चुनाव को लेकर उम्मदीवारों की लिस्ट जारी कर दी है, भाजपा ने इस बार मोरबी से पूर्व विधायक कांतिलाल अमृतिया को मैदान में उतारा है जबकि सिटिंग MLA बृजेश मेरजा का टिकट काट दिया गया है, दरअसल मोरबी हादसे के बाद से ही कांतिलाल की छवि एक मसीहा की […]
मोरबी. भारतीय जनता पार्टी ने गुजरात चुनाव को लेकर उम्मदीवारों की लिस्ट जारी कर दी है, भाजपा ने इस बार मोरबी से पूर्व विधायक कांतिलाल अमृतिया को मैदान में उतारा है जबकि सिटिंग MLA बृजेश मेरजा का टिकट काट दिया गया है, दरअसल मोरबी हादसे के बाद से ही कांतिलाल की छवि एक मसीहा की बन गई है. कांतिलाल वहीं शख्स हैं जिन्होंने मोरबी पुल हादसे के बाद जान की परवाह किए बिना ट्यूब पहन कर पानी में छलांग लगा दी थी और लोगों की जान बचाई थी. इसी कड़ी में बताया जा रहा है कि पहले कांतिलाल का नाम उम्मीदवार सूची में नहीं था लेकिन उन्होंने हादसे के दौरान जो हिम्मत दिखाई उसके बाद इनका नाम इस लिस्ट में जोड़ दिया गया. वहीं बता दें कि 29 अक्टूबर की शाम मोरबी के मच्छु नदी पर लगा ब्रिज भारी वजन की वजह से टूट गया, इसके चलते इस हादसे में 135 लोगों की जान चली गई थी, जबकि 177 लोगों को बचा लिया था इस हादसे में कांतिलाल ने बहुत अहम भूमिका निभाई थी.
कांति अमृतिया साल 2012 में लगातार पांचवी बार गुजरात चुनाव में मोरबी सीट से विधायक चुने गए थे, उन्हें मोरबी और आसपास के लोगों के बीच “कान्हाभाई” के नाम से लोग जानते हैं, उन्होंने कृषि और उद्योग में भी काम किया है. मोरबी बाँध टूटने की वजह से सन 1970 के दशक में आई बाढ़ में एक युवा लड़के के रूप में उन्होंने पीड़ितों के पुनर्वास के लिए स्वेच्छा से सेवा की थी. एक युवा के रूप में, वह एक छात्र संगठन, अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद में शामिल हो गए और भ्रष्टाचार विरोधी आंदोलन में शामिल हो गए.
साल 1995 में, कांतिलाल ने मोरबी में पार्टी कैडर की कमान संभाली और पहली बार एमएलए के रूप में चुने गए, तब से लेकर साल 2012 तक मोरबी के निर्वाचन क्षेत्र में पांच बार वो एमएलए के रूप में चुने गए. साल, 2017 के चुनाव में कांतिलाल को टिकट नहीं मिला था, वे अपने सामाजिक जीवन के प्रारंभिक वर्षों में आरएसएस में एक स्वयं सेवक थे.
गौरतलब है कि साल 2014 में सोशल मीडिया पर एक वीडियो काफी तेज़ी से वायरल हुआ था जिसमें भाजपा विधायक कांति अमृतिया एक युवक को रॉड से बड़ी ही बेरहमी से पीटते हुए नज़र आए थे, जिसके बाद काफी विवाद खड़ा हो गया था. इस वीडियो के वायरल होने के बाद ये सवाल उठा कि आखिर कांतिलाल ऐसा कर क्यों रहे थे, इस सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि युवक के हाथ में तलवार थी और वह लोगों को डरा रहा था जिसके चलते उसे रोकने के लिए उस वक्त उन्हें डंडा उठाना पड़ा था, वीडियो वायरल होने के बाद पुलिस ने जगदीश लोखिल नाम के उस युवक को अवैध हथियार रखने के जुर्म में गिरफ्तार कर लिया था. इस मामले में पुलिस के मुताबिक युवक नशे में था और लोगों को तलवार से धमका रहा था.