GST on Ola-Uber: नई दिल्ली. GST on Ola-Uber: नए साल में अब ग्राहकों को महंगाई की दोहरी मार झेलनी पड़ सकती है. एक ओर जहाँ पेट्रोल, डीज़ल, सीएनजी के दाम आसमान छू रहे हैं तो वहीं अब ओला, उबर, और ओला ऑटो पर जीएसटी लगा दिया गया है. जीएसटी काउंसिल ने किया बदलाव जीएसटी काउंसिल […]
नई दिल्ली. GST on Ola-Uber: नए साल में अब ग्राहकों को महंगाई की दोहरी मार झेलनी पड़ सकती है. एक ओर जहाँ पेट्रोल, डीज़ल, सीएनजी के दाम आसमान छू रहे हैं तो वहीं अब ओला, उबर, और ओला ऑटो पर जीएसटी लगा दिया गया है.
जीएसटी काउंसिल ने अब ओला उबर और ओला ऑटो पर भी जीएसटी लगाने का फैसला किया है. इससे पहले सिर्फ रेडियो टैक्सी यानी की ऑफलाइन टैक्सी ही जीएसटी के दायरे में आती थी. लेकिन, अब ओला और उबर पर भी जीएसटी लगाया जाएगा. जीएसटी काउंसिल का कहना है कि ऐप्स से ओला, उबर और ऑटो बुक करने वाले यात्री प्रीमियम कैटेगरी में आते हैं. इसलिए,जीएसटी काउंसिल ने ऐप्स बेस्ड टैक्सी पर 5% जीएसटी लागू कर दिया है. हालांकि, सामन्य ऑटो को जीएसटी के दायरे से बाहर रखा गया है. लेकिन, ऑनलाइन ऑटो के दाम बढ़ने पर अब ऑफलाइन ऑटो के दाम बढ़ना स्वाभाविक है.
जीएसटी काउंसिल ने नए साल में कुछ नए बदलाव किए हैं. ये बदलाव 1 जनवरी से प्रभावी होंगे. इस कड़ी में रेडीमेड कपड़ों पर लगने वाले जीएसटी के रेट को बढ़ा दिया गया है. पहले, रेडीमेड कपड़ों पर 5% जीएसटी लगाया जाता था, जिसे बढ़ाकर अब 12% कर दिया गया है. इसके साथ ही, ऑनलाइन खानों पर अब रेस्टुरेंट की बजाय ऑनलाइन सर्विस प्रोवाइडर को जीएसटी देना पड़ेगा.
एक ओर जहाँ पेट्रोल, डीज़ल, सीएनजी के दाम आसमान छू रहे हैं तो वहीं अब ओला, उबर, और ओला ऑटो पर जीएसटी लगा दिया गया है. ऐसे में ग्राहकों पर महंगाई की दोहरी मार का सामना करना पड़ सकता है.