इम्फाल। पूर्वोत्तर राज्य मणिपुर में लगातार हिंसा हो रही है। यहां पर आदिवासियों और बहुसंख्यक मेइती समुदाय के बीच जारी दंगे को रोकने के लिए सेना के जवान और असम राइफल्स की 55 टुकड़ियां तैनात हैं। अब इसी बीच राज्यपाल अनुसुइया उइके ने लोगों से अपील की है। उपयुक्त मंच पर बैठकर शांति से निकाले […]
इम्फाल। पूर्वोत्तर राज्य मणिपुर में लगातार हिंसा हो रही है। यहां पर आदिवासियों और बहुसंख्यक मेइती समुदाय के बीच जारी दंगे को रोकने के लिए सेना के जवान और असम राइफल्स की 55 टुकड़ियां तैनात हैं। अब इसी बीच राज्यपाल अनुसुइया उइके ने लोगों से अपील की है।
मणिपुर की राज्यपाल अनुसुइया उइके ने लोगों से कहा है कि, ‘ प्रदेश में कल और आज हुई हिंसक घटनाओं से मै काफी दुखी हूं। प्रदेशवासियों से मैं आग्रह करती हूं कि आपस में शांति और सद्भभाव बनाए रखे और अफवाहों पर ध्यान न दें। सभी लोग अपनी समस्या और विचारों को उपयुक्त मंच पर रख सकते हैं, जिसका समाधान शांति से निकाला जा सकता है। राज्य के सभी लोग इस समस प्रशासन और सुरक्षाबलों क अपना सहयोग दें। मणिपुर हिंसा में जिनकी भी जान गई है, उसके प्रति मेरी गहरी संवेदना है और जो लोग घायल हैं उनके जल्द स्वस्थ्य होने की कामना करती हूं। ‘
बुधवार को मणिपुर आदिवासी आंदोलन के दौरान हुई हिंसा से जलता रहा जिसकी चपेट में आने के बाद राज्य के आठ जिले जल रहे हैं। हिंसाग्रस्त माहौल को देखते हुए अब मणिपुर के राज्यपाल ने बड़ा आदेश दे दिया है। दरअसल राज्यपाल ने आदेश दिया है कि कुछ इलाकों में दंगाइयों को देखते ही गोली मार दी जाए। हालांकि ये आदेश केवल राज्य के कुछ इलाकों के लिए ही दिया गया है। जहां दंगाइयों को देखते ही गोली मारने के आदेश हैं। राज्य सरकार ने भी इस फैसले पर मुहर लगा दी है। इससे पहले तक हिंसाग्रस्त क्षेत्रों में धारा 144 लागू की गई थी। राज्य में अगले पांच दिनों तक सभी इंटरनेट सेवाओं को भी बंद कर दिया गया है।