नई दिल्ली: 2017 में नीट की परीक्षा में ऑल इंडिया टॉप करने वाले डॉ. नवदीप सिंह, हाल ही में हॉस्टल के कमरे में मृत पाए गए हैं. बता दें, 25 वर्षीय डॉ. सिंह दिल्ली के मौलाना आजाद मेडिकल कॉलेज में एमडी के दूसरे वर्ष के छात्र थे। वहीं उनकी अचानक मृत्यु ने उनके परिवार, दोस्तों और सहकर्मियों को सदमे में डाल दिया है। वहीं ऐसी क्या वजह रही जो आत्महत्या करने जैसा ठोस कदम उठाना पड़ा. आइए जानते है.
आत्महत्या की यह घटना तब सामने आई जब डॉ. नवदीप के पिता गोपाल सिंह ने उनके फोन का उत्तर न मिलने पर उनके दोस्त को उन्हें देखने के लिए भेजा। इस दौरान दोस्त ने हॉस्टल के कमरे का दरवाजा बंद पाया, जिसके बाद पुलिस को सूचित किया गया। पुलिस ने दरवाजा तोड़कर अंदर प्रवेश किया, जहां उन्हें नवदीप मृत अवस्था में मिले। पुलिस का कहना है कि यह आत्महत्या का मामला है. हालांकि अब तक घटना स्थल से कोई सुसाइड नोट बरामद नहीं किया गया है और मामले की जांच जारी है।
डॉ. नवदीप सिंह के पिता गोपाल सिंह, मुक्तसर जिले के एक सरकारी स्कूल के प्रधानाध्यापक हैं. उन्होंने बताया कि उनके बेटे की बचपन से ही विज्ञान में रुचि थी और वह हमेशा से डॉक्टर बनना चाहता था। नवदीप की मेहनत और समर्पण का परिणाम 2017 में देखने को मिला, जब उन्होंने NEET में ऑल इंडिया रैंक 1 हासिल की। इसके बाद उन्होंने मौलाना आजाद मेडिकल कॉलेज में एमबीबीएस किया और वर्तमान में एमडी की पढ़ाई कर रहे थे।
गोपाल सिंह ने कहा कि नवदीप हमेशा से ही पढ़ाई पर ध्यान देता था और उसने मेडिकल के क्षेत्र में आगे बढ़ने का सपना देखा था। 12वीं में उनके अंक 88% थे, क्योंकि वह नीट की तैयारी पर अधिक ध्यान दे रहे थे। वहीं नवदीप के स्कूल के प्रधानाध्यापक कपिल शर्मा ने कहा कि नवदीप कभी भी परेशान या चिंतित नहीं दिखे और हाल ही में उनके पिता से हुई बातचीत में भी ऐसा कोई संकेत नहीं मिला था। पुलिस फिलहाल मामले की जांच कर रही है और नवदीप की मौत के कारणों का पता लगाने की कोशिश कर रही है।
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