यूपी में बदमाश योगी सरकार के मिशन एनकाउंटर से इस कदर डरे हुए हैं कि वे अब अपनी जमानत कैंसिल कराकर वापस जेल जा रहे हैं. बदमाशों में ऐसा खौफ पहले नहीं देखा गया. अब बदमाश इनाम रखे जाने पर गर्वान्वित महसूस नहीं करते बल्कि कांपते नजर आते हैं.
लखनऊ. उत्तर प्रदेश में पुलिस द्वारा अपराध के खात्मे के लिए किए जा रहे ताबड़तोड़ एनकाउंटर्स से अपराधियों में खलबली मची हुई है. योगी सरकार ने पुलिस अधीक्षकों को अपराधियों का एनकाउंटर करने के आदेश दिए गए हैं जिसकी वजह से राज्य में बदमाशों के खौफ के बजाय बदमाशों में खौफ पसरा हुआ है. पिछले साल सत्ता में आने के बाद योगी सरकार में कुल 1240 एनकाउंटर हुए हैं जिनमें 40 बदमाशों को मारा गया है वहीं करीब 305 घायल हैं.
योगी सरकार की पुलिस को खुली छूट का ही नतीजा है कि अब बदमाश जेल में जाने की गुहार लगा रहे हैं. इसके अलावा जो जमानत पर बाहर हैं वे अपनी जमानत रद करवाकर वापस जाना चाहते हैं. सरकारी आंकड़ों के मुताबिक, 142 वॉन्टेड अपराधियों ने राज्य में या राज्य के बाहर सरेंडर किया है. इनमें इनामी बदमाश भी हैं. पहले जिस तरह से बदमाश इनाम रखे जाने पर गौरवान्वित महसूस करते थे अब उनकी घिग्घी बंधी हुई है.
टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक, मुठभेड़ के खौफ का आलम यह है कि 26 अपराधी बेल मिलने के बावजूद भी जेल छोड़ने को तैयार नहीं हैं. 71 अपराधी अपने बेल बॉन्ड्स कैंसिल कराकर वापस जेल चले गए हैं. सरकारी आंकड़ों के मुताबिक, 20 मार्च 2017 से लेकर 14 फरवरी 2018 तक 2,956 गिरफ्तारियां हुई हैं. पुलिस अपराधियों की संपत्तियों को भी सीज कर रही है जिसके अंतर्गत अब तक 147 करोड़ रुपये की 169 संपत्तियां सीज की गई हैं.
यूपी के डीजीपी ओपी सिंह ने टाइम्स ऑफ इंडिया से कहा कि अगर अपराधी जेल वापस जाना चाहते हैं तो हमें कोई दिक्कत नहीं है, क्योंकि वही उनकी असली जगह है बाहर नहीं. ओपी सिंह ने कहा कि इससे पहले कभी अपराधियों को इतना साफ मैसेज नहीं गया कि उन्हें आम नागरिकों की जिंदगी में आतंक फैलाने नहीं दिया जाएगा. पुलिस अधिकारियों को इनामी बदमाशों के डोजियर बनाने का आदेश दिया गया है.
नोएडा फर्जी एनकाउंटर: बहस होने पर सब इंस्पेक्टर ने जिम ट्रेनर जीतेंद्र यादव को मारी थी गोली