लखनऊ। भारत के अधिकतर राज्य भीषण गर्मी की मार झेल रहे हैं। वहीं उत्तर प्रदेश के लिए एक अच्छी खबर है। आईएमडी ने कहा कि मॉनसून के 16 जून से 22 जून के बीच उत्तर प्रदेश में पहुंचने की संभावना है। 1 जून से, जब मानसून का मौसम शुरू होता है, देश में 42 प्रतिशत […]
लखनऊ। भारत के अधिकतर राज्य भीषण गर्मी की मार झेल रहे हैं। वहीं उत्तर प्रदेश के लिए एक अच्छी खबर है। आईएमडी ने कहा कि मॉनसून के 16 जून से 22 जून के बीच उत्तर प्रदेश में पहुंचने की संभावना है। 1 जून से, जब मानसून का मौसम शुरू होता है, देश में 42 प्रतिशत कम बारिश हुई है, जिसमें उत्तर पश्चिम भारत में कुल वर्षा की कमी 94 प्रतिशत दर्ज की गई है।
आईएमडी ने पिछले महीने कहा था कि दक्षिण-पश्चिम मानसून सामान्य रहेगा और पूरे सीजन के दौरान प्राप्त 87 सेंटीमीटर बारिश के 50 साल के औसत का 103 प्रतिशत मात्रात्मक रूप से होगा। यह लगातार सातवां वर्ष होगा जब देश में जून-सितंबर की अवधि के दौरान सामान्य वर्षा होगी।
पश्चिम-उत्तर भारत के दिल्ली-राजस्थान से सटे राज्यों में पारा 45 डिग्री से ऊपर है। मौसम विभाग के मुताबिक मानसून के आने में अभी कोई देरी नहीं है। अच्छे मानसून के संकेत हैं। इसका अंदाजा तेज हवाओं और बादलों से लगाया जा सकता है। मौसम विभाग ने कहा कि मानसून सामान्य गति से आगे बढ़ रहा है और अगले दो दिनों में इसके महाराष्ट्र पहुंचने की संभावना है। दिल्ली-एनसीआर के लिए विभाग ने अभी कोई अनुमान नहीं जताया है। हालांकि, अरुणाचल प्रदेश में 10-11 जून को और असम और मेघालय में अगले पांच दिनों तक बहुत भारी बारिश की चेतावनी दी गई है।
स्काईमेट वेदर के अनुसार, देश के उत्तर पूर्वी हिस्सों, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल, सिक्किम और अंडमान और निकोबार द्वीप समूह, तटीय कर्नाटक और तटीय आंध्र प्रदेश में अलग-अलग स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश संभव है। बिहार, तमिलनाडु, केरल, लक्षद्वीप, आंतरिक कर्नाटक, रायलसीमा, तेलंगाना, महाराष्ट्र, दक्षिण छत्तीसगढ़ के पूर्वी हिस्सों और पूर्वी गुजरात, दक्षिण मध्य प्रदेश और पश्चिमी हिमालय के अलग-अलग स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश संभव है।