लखनऊ। बहराइच हिंसा के 6 दिन हो गए हैं। इलाके में अभी भी तनाव की स्थिति है। गुरुवार को पुलिस ने राम गोपाल मिश्रा की हत्या में शामिल दो आरोपियों सरफराज और तालीम का एनकाउंटर किया, जिसमें उसके पैरों में गोली लगी है। प्राथमिक उपचार के बाद दोनों को अब जेल भेज दिया गया है। […]
लखनऊ। बहराइच हिंसा के 6 दिन हो गए हैं। इलाके में अभी भी तनाव की स्थिति है। गुरुवार को पुलिस ने राम गोपाल मिश्रा की हत्या में शामिल दो आरोपियों सरफराज और तालीम का एनकाउंटर किया, जिसमें उसके पैरों में गोली लगी है। प्राथमिक उपचार के बाद दोनों को अब जेल भेज दिया गया है। इधर आरोपी सरफराज की बहन रुखसाना ने कहा है कि उसका अपने पिता अब्दुल और दोनों भाइयों से मतलब नहीं है।
रुखसाना ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि उसका अपने अब्बू और दोनों भाइयों से लेना-देना नहीं है क्योंकि 7 साल पहले उनसे लव मैरिज की थी। इसके बाद से उसके पिता और भाई दोनों नाराज थे। हालांकि वो थोड़ा-बहुत उनसे बातें करती थी लेकिन जैसे एक बाप-बेटी और भाई-बहन का रिश्ता होता है, वैसा उनके बीच में नहीं था। रुखसाना ने ये भी कहा कि 13 तारीख को उसने अपने पिता के नंबर पर फ़ोन किया था लेकिन उन्होंने बताया कि हिंसा हो गई है, बाद में बात करूँगा। रुखसाना ने कहा कि इस हिंसा में उसके पति और देवर का कोई हाथ नहीं है। पुलिस उन्हें उठाकर ले गई है, उनलोगों को लौटा दे।
पूरा मामला हरदी थाने के रेहुआ मंसूर गांव का है। रविवार शाम को मां दुर्गा की प्रतिमा विसर्जन के लिए भीड़ पर महराजगंज बाजार में मुसलमानों ने पथराव कर दिया। इतना ही नहीं उन्होंने ताबड़तोड़ फायरिंग की। इसमें रेहुआ मंसूर गांव के 22 साल के राम गोपाल मिश्रा को गोली लग गई, जिससे उसकी मौत हो गई। एक अन्य शख्स बुरी तरह से घायल है। राम गोपाल की शादी को सिर्फ 4 महीने हुए थे। परिजन आरोप लगा रहे कि मुसलमानों की भीड़ ने खींचकर बाहर निकाला और फिर उसे गोली मार दी।
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