15 मिनट नागा साधुओं को दे दो, यूपी के सारे मुल्ले .., टी राजा ने ओवैसी को दिया खुला चैलेंज, बोले भौंकने वाले पाकिस्तान जाएं
15 मिनट नागा साधुओं को दे दो, यूपी के सारे मुल्ले .., टी राजा ने ओवैसी को दिया खुला चैलेंज, बोले भौंकने वाले पाकिस्तान जाएं
बीजेपी विधायक ने असदुद्दीन ओवौसी के छोटे भाई अकबरूद्दीन ओवैसी के 15 मिनट वाले बयान का जवाब दिया है। एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा- 15 मिनट नागा साधुओं को दे दो, सबसे पहले यूपी के मुल्ले साफ हो जाएंगे।
January 26, 2025 1:14 pm Asia/KolkataIST, Updated 3 months ago
नई दिल्ली। भारतीय जनता पार्टी के विधायक टी राजा सिंह हमेशा सुर्खियों में रहते हैं। इस बार फिर उन्होंने भड़काऊ भाषण दिया। उन्होंने असदुद्दीन ओवौसी के छोटे भाई अकबरूद्दीन ओवैसी के 15 मिनट वाले बयान का जवाब दिया है। एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा- 15 मिनट नागा साधुओं को दे दो, सबसे पहले यूपी के मुल्ले साफ हो जाएंगे। टी राजा ने खुद ही इसका वीडियो शेयर किया है।
15 मिनट में यूपी के सारे…
वीडियो में टी राजा सिंह कहते हैं, ” हैदराबाद के सांसद कहते हैं कि ‘हमें 15 मिनट दीजिए। पुलिस हटा दीजिए। हम 100 करोड़ हिंदुओं को खत्म कर देंगे।’ ऐसा कहने वालों आज उत्तर प्रदेश में महाकुंभ चल रहा है। साधु-संत स्नान करने जा रहे हैं। उन्हीं साधुओं में से एक नागा साधु हैं। नागा साधुओं का इतिहास देखें तो जब-जब सनातन पर संकट आया, इन नागा साधुओं ने तलवार उठाई।”
15 मिनट की बात करने वालों, सुन लो – अगर हम नागा साधुओं को आगे कर दें, तो तुम्हारा पूरा इतिहास खत्म हो जाएगा। pic.twitter.com/a5uTrvsJb6
ओवैसी पर पलटवार करते हुए राजा सिंह आगे कहते हैं, “क्या आपको 15 मिनट चाहिए? अगर हमारे नागा साधुओं को 15 मिनट दे दिए जाएं तो सबसे पहले उत्तर प्रदेश के मुल्लाओं का सफाया हो जाएगा। अगर हमारे नागा साधुओं को हैदराबाद भेज दिया जाए तो यहां 15 मिनट भौंकने वाले कुत्ते यहां से भागकर पाकिस्तान चले जाएंगे। हिंदुओं से कभी टकराव नहीं करना चाहिए। जब-जब हिंदू उठा है, इतिहास लिखा गया है।”
ओवैसी ने क्या कहा था?
आपको बता दें 2012 में AIMIM नेता और तेलंगाना के चंद्रयानगुट्टा से विधायक अकबरुद्दीन ओवैसी ने अपने एक भाषण में कहा था, ”हम 25 करोड़ हैं और आप 100 करोड़ हैं। 15 मिनट के लिए पुलिस हटा दीजिए, फिर देखिए कौन ज्यादा ताकतवर है।” इस बयान को लेकर उनके खिलाफ केस दर्ज हुआ और वे जेल भी गए। हालांकि बाद में कोर्ट ने उन्हें संदेह का लाभ देते हुए बरी कर दिया था।