भोपाल: मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में एक निजी एनजीओ के हॉस्टल (चिल्ड्रेन होम) से 26 बच्चियों (Girls Missing from Shelter Home) के गायब होने का मामला सामने आया है. भोपाल में यह बालिका गृह बिना अनुमति के चलाया जा रहा था. बता दें कि गायब होने वाली बच्चियां गुजरात, झारखंड, राजस्थान, समेत मध्य प्रदेश […]
भोपाल: मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में एक निजी एनजीओ के हॉस्टल (चिल्ड्रेन होम) से 26 बच्चियों (Girls Missing from Shelter Home) के गायब होने का मामला सामने आया है. भोपाल में यह बालिका गृह बिना अनुमति के चलाया जा रहा था. बता दें कि गायब होने वाली बच्चियां गुजरात, झारखंड, राजस्थान, समेत मध्य प्रदेश के रायसेन, सीहोर, बालाघाट और छिंदवाड़ा की रहने वाली थीं. पुलिस ने बिना अनुमति गृह चलाने के मामले में एफआईआर दर्ज कर ली है.
आपकी संवेदनशीलता के लिए मनपूर्वक धन्यवाद भाई साहब !
ये सभी बच्चियाँ सड़क व रेल्वे स्टेशन से रेस्क्यू कर के लाई गयीं थीं,इनमें अनाथ बच्चियाँ भी थीं।
जो NGO सरकारी एजेन्सी चाइल्ड लाइन के रूप में बच्चों को रेस्क्यू कर रही थी,उसी ने बच्चों को गुपचुप ढंग से अवैध बाल गृह में रखा था।… https://t.co/JhH4iWJARM— प्रियंक कानूनगो Priyank Kanoongo (@KanoongoPriyank) January 6, 2024
यह पूरा मामला तब सामने आया जब राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग के अध्यक्ष प्रियांक कानूनगो ने परवलिया में संचालित इस आंचल बालिका छात्रावास का औचक दौरा किया. इस दौरान जब उन्होंने रजिस्टर चेक किया तो हैरान रह गए. दरअसल, रजिस्टर में 68 बच्चियों की एंट्री थी लेकिन उनमें से 26 बच्चियां (Girls Missing from Shelter Home) गायब थीं. जब इसके संचालतक अनिल मैथ्यू से इस बारे में पूछताछ की गई तो वो संतोषजनक जवाब नहीं दे पाए. इसके बाद पुलिस में इसकी सूचना दी गई. एफआईआर के अनुसार, बालिकाओं के लिए चलाए जा रहे इस चिल्ड्रेन होम में कई अनियमितताएं पाई गई हैं.
राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग के अध्यक्ष प्रियांक कानूनगो ने सोशल मीडिया पर इसकी जानकारी दी. उन्होंने बताया कि भोपाल के परवलिया थाना क्षेत्र में चलाए जा रहे इस बालिका गृह में लड़कियों से ईसाई धार्मिक प्रैक्टिस करवाई जा रही थी. इसके साथ ही उन्होंने बताया कि इस बालिका गृह में 6 से 18 साल की आयु की 40 से ज्यादा लड़कियों में ज्यादातर हिंदू हैं. मालूम हो कि इस मामले को लेकर प्रियंक कानूनगो ने मध्य प्रदेश की मुख्य सचिव वीरा राणा को भी पत्र लिखा है
मध्य प्रदेश के पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान ने मामले की जांच की मांग की है. उन्होंने सोशल मीडिया पर पोस्ट कर इस पूरे मामले को गंभीरता से लेने का आग्रह किया है. उन्होंने सरकार से मामले की संवेदनशीलता को देखते हुए तुरंत कार्रवाई करने की मांग की है.
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