गाजियाबाद।उत्तर प्रदेश सरकार स्नातक और स्नातकोत्तर के अंतिम वर्ष के छात्रों को टैबलेट और स्मार्टफोन वितरित कर रही है. इसी क्रम में सोमवार को गिन्नी देवी मोदी गर्ल्स डिग्री कॉलेज में एमए और एमएससी की छात्राओं को टैबलेट बांटे जाने थे. कार्यक्रम सुबह करीब 10 बजे शुरू हुआ.
क्यों हुआ विवाद
इसी बीच कुछ लड़कियां हिजाब में पहुंच गईं. कॉलेज प्रबंधन ने टैबलेट लेने के लिए पहचान पत्र और ड्रेस अनिवार्य कर दी थी. इसलिए इन लड़कियों को रोका गया. कॉलेज की प्राचार्य प्रो. वंदना शर्मा ने छात्राओं को ड्रेस पहनकर कॉलेज आने को कहा, लेकिन उन्होंने नहीं सुनी और कॉलेज के सामने हाईवे पर हंगामा करने लगे. जाम रोकने का प्रयास किया और कॉलेज प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी भी की. दूर तैनात पुलिस ने छात्राओं को समझाया और हाईवे से हटा दिया.
करीब पांच मिनट तक चले छात्रों के विरोध का वीडियो रुबीना मलिक नाम के ट्विटर हैंडल पर वायरल हो गया. कुछ ही देर में इसे सैकड़ों लोगों ने शेयर कर दिया, फिर पुलिस पूछताछ के लिए कॉलेज पहुंच गई.
इस मामले में प्राचार्य प्रो. वंदना शर्मा ने कहा कि छात्राएं कॉलेज यूनिफॉर्म पहनकर नहीं आईं. उन्हें कहा गया कि कल वर्दी पहन कर आ जाओ, उसके बाद ही टैबलेट दी जाएगी. इसके बाद उन्होंने परदर्शन करना शुरू किया. हिजाब का आरोप पूरी तरह झूठा है. कुल 69 छात्राओं को टैबलेट दिए जाने थे, जिनमें से 55 का वितरण किया जा चुका है.
वहीं सीओ मोदीनगर सुनील कुमार ने बताया कि वीडियो के आधार पर छात्राओं को चिह्नित किया जा रहा है. उनसे पूछताछ की जाएगी. साथ ही जिस अकाउंट से वीडियो शेयर किया गया है, उसकी भी जानकारी जुटाई जा रही है.
कुछ लोग कई बार स्टंट के नाम पर कुछ ऐसा कर जाते हैं, जिसकी कोई…
प्रधानमंत्री संग्रहालय एवं पुस्तकालय (पीएमएमएल) के सदस्य रिजवान कादरी ने लोकसभा में विपक्ष के नेता…
दुनिया के मशहूर तबला वादक उस्ताद ज़ाकिर हुसैन का सोमवार सुबह अमेरिका के सैन फ्रांसिस्को…
गिरफ्तार होने के बाद इडो पुलिस पूछताछ में दावा करता रहा कि यौन गतिविधि सहमति…
फ्लिपकार्ट बिग सेविंग डेज सेल में स्मार्टफोन्स पर आकर्षक छूट की पेशकश की जा रही…
बेहद करीबी पारिवारिक मीडिया को मिली जानकारी के मुताबिक, उन्होंने एक बार अपनी इटालियन पत्नी…