लखनऊ। देश भर में मंगलवार यानी कि 30 मई को गंगा दशहरा मनाया जा रहा है। मंगलवार को काशी, प्रयागराज, ऋषिकेश में गंगा दशहरा पर स्नान ध्यान के लिए मंगलवार को उत्तर भारत में आस्था की लहर उमड़ पड़ी।जिस दौरान पूरे देश भर से लोग स्नान करने इन सभी जगहों पर पहुंच रहे हैं। प्रशासन […]
लखनऊ। देश भर में मंगलवार यानी कि 30 मई को गंगा दशहरा मनाया जा रहा है। मंगलवार को काशी, प्रयागराज, ऋषिकेश में गंगा दशहरा पर स्नान ध्यान के लिए मंगलवार को उत्तर भारत में आस्था की लहर उमड़ पड़ी।जिस दौरान पूरे देश भर से लोग स्नान करने इन सभी जगहों पर पहुंच रहे हैं।
बनारस के घंटों पर श्रद्धालुओं ने सुबह चार बजे से आना शुरू कर दिया है। कुछ ऐसा ही नजारा चित्रकूट में मंदाकिनी के घाट,प्रयागराज संगम और कानपुर के बिठूर का भी है। जिसे देखते हुए प्रशासन ने रात में ही बैरिकेटिंग और फोर्स की व्यवस्था कर दी थी।
गंगा दशहरा हिंदुओं का एक प्रमुख त्योहार है जो ज्येष्ठ मास की शुक्ल दशमी को मनाया जाता है। मान्यता है कि इस दिन मां गंगा धरती पर अवतरित होती हैं। इस दिन सभी मां गंगा की पूजा अर्चना करते हैं साथ ही गंगा में स्नान भी करते हैं। पूर्वजों के मुताबिक आज के दिन गंगा स्नान से सभी को पापों से मुक्ति मिल जाती है। भक्त इस दिन गंगा जल से घरों की शुद्धी भी करते हैं जिससे सभी प्रकार की अशांति दूर हो जाए।
माना जाता है कि जो भक्त गंगा दशहरा पर स्नान व दान करते हैं उन्हें शुभ फल की प्राप्ति होती है। पौराणिक काल से इस दिन पूजा-पाठ करने, गंगा दशहरा की कथा सुनने, गंगा आरती और गंगा में डुबकी लगाने पर व्यक्ति को मोक्ष की प्राप्ति होती है, इस बात का प्राविधान है। गंगा दशहरा के दिन दान में अन्न, फल, जल, श्रृंगार सामग्री, घी, नमक, शक्कर और वस्त्र दान में देने शुभ माने जाते हैं। इस दिन स्नान करने से माना जाता है कि सभी रोग दुःख दूर हो जाते हैं।