तीन मूर्ति स्थित नेहरू स्मारक भवन में देश के पूर्व प्रधानमंत्रियों के लिए अत्याधुनिक संग्रहालय बनाया जाएगा. कांग्रेस के दिग्गज नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री जयराम रमेश ने बताया कि नेहरू म्यूजियम के सेमिनार हॉल में लगी तस्वीर को हटाकर दीनदयाल उपाध्याय की फोटो लगा दी गई. कांग्रेस के विरोध के बाद गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने जवाहर लाल नेहरू की फोटो वापस लगाने का आदेश दिया.
नई दिल्लीः देश के पूर्व प्रधानमंत्रियों के लिए तीन मूर्ति स्थित नेहरू स्मारक भवन में अत्याधुनिक संग्रहालय बनाया जाएगा. करीब 280 करोड़ रुपए इसकी लागत होगी. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, कांग्रेस के दिग्गज नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री जयराम रमेश ने दावा किया कि नेहरू म्यूजियम के सेमिनार हॉल में लगी तस्वीर को हटाकर दीनदयाल उपाध्याय की फोटो लगा दी गई है. कांग्रेस के विरोध के बाद गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने मामले में दखल देते हुए नेहरू की फोटो को वापस लगाने के आदेश दिए.
मिली जानकारी के अनुसार, बीते गुरुवार को गृह मंत्रालय में बैठक हुई थी. बैठक में फैसला लिया गया कि अब देश में किसी भी पूर्व पीएम के लिए अलग से स्मारक नहीं बनेगा. तीन मूर्ति स्थित नेहरू स्मारक भवन में ही सभी पूर्व पीएम के लिए 280 करोड़ रुपये की लागत से अत्याधुनिक संग्रहालय बनाया जाएगा. कांग्रेस सांसद और लोकसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने इसका विरोध किया. उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि मोदी सरकार जवाहर लाल नेहरू की विरासत को खत्म करना चाहती है.
खड़गे ने कहा कि मौजूदा सरकार नेहरू की स्मृतियों से खिलवाड़ कर रही है. अगर सरकार को देश के सभी पूर्व पीएम के लिए संग्रहालय बनाना है तो कहीं और जमीन लेकर इसे बनाया जा सकता है लेकिन वह लोग नेहरू की स्मृतियों को मिटाना चाहते हैं. कांग्रेस नेताओं के विरोध के बाद राजनाथ सिंह ने उन्हें भरोसा दिलाया कि नेहरू की किसी भी स्मृति से छेड़छाड़ नहीं की जाएगी. बाकायदा नेहरू म्यूजियम का सौंदर्यीकरण कराया जाएगा. प्रस्तावित म्यूजियम नई बिल्डिंग में बनेगा.
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