थाने के बाहर पूर्व मंत्री का ड्रामा, बताया FIR दर्ज करने के लिए कैसे परेशान होती है जनता

रायपुर : छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में एक पूर्व मंत्री का वीडियो वायरल हो रहा है. वे पुलिस के पास अपनी एफआईआर दर्ज कराने के लिए गिड़गिड़ा रहे है और कह रहे है कि मेरी चोरी की रिपोर्ट लिख लो. ये मामला बीते सोमवार का है. जब बीजेपी के नेता रायपुर के सिविल लाइंस थाने […]

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थाने के बाहर पूर्व मंत्री का ड्रामा, बताया FIR दर्ज करने के लिए कैसे परेशान होती है जनता

Vivek Kumar Roy

  • April 19, 2023 10:21 pm Asia/KolkataIST, Updated 2 years ago

रायपुर : छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में एक पूर्व मंत्री का वीडियो वायरल हो रहा है. वे पुलिस के पास अपनी एफआईआर दर्ज कराने के लिए गिड़गिड़ा रहे है और कह रहे है कि मेरी चोरी की रिपोर्ट लिख लो. ये मामला बीते सोमवार का है. जब बीजेपी के नेता रायपुर के सिविल लाइंस थाने में पहुंचे हुए थे. विधानसभा के प्रतिपक्ष के नेता नारायण चंदेल की अगुवाई में नेता थाने पहुंचे थे और कांग्रेस के अमरजीत भगत, विधायक शकुंतला साहू और कई नेताओं पर बीजेपी के नेताओं ने एफआईआर की मांग की. उसी समय पूर्व मंत्री राजेश मूणत भी थाने पहुंच गए थे और उन्होंने थाने के सामने ये दिखाने कि कोशिश की कैसे आदमी को रिपोर्ट दर्ज कराने में समस्या आती है. उनका ये नाटकीय ढंग एक तरह से कांग्रेस पर तंज था.

कांग्रेस के मंत्री ने राज्यपाल पर कसा था तंज

बीजेपी के नेताओं ने शिकायत की प्रदेश मंत्री कवासी लखमा ने साल 2022 के दिसंबर में राज्यपाल पर सार्वजनिक रूप से अभ्रद टिप्पणी की थी. उन्होंने कहा था कि राज्यपाल अनुसूइया बीजेपी और RSS की राजनीति में नाच रही है. वहीं अमरजीत पर बीजेपी के नेताओं ने आरोप लगया कि पूर्व सीएम रमन सिंह पर अभ्रद टिप्पणी की थी और उनको मोटा कहकर संबोधित किया था. कांग्रेस के प्रवक्ता पर बीजेपी के नेताओं ने गंभीर आरोप लगाया है और कहा है कि ये पीएम मोदी पर टिप्पणी करते है. कांग्रेसी नेता आरपी सिंह अपने सोशल मीडिया अकाउंट से कमेंट में पीएम मोदी को नीच कहा है.

कांग्रेसी नेता भी कर चुके है शिकायत

कांग्रेस के नेताओं ने भी बीजेपी के नेताओं के खिलाफ शिकायत की है. कांग्रेसी नेताओं ने कहा कि भाजपा के नेता सोशल मीडिया पर भड़काऊ पोस्ट डालते रहते है जिससे प्रदेश का माहौल खराब हो जाता है. कांग्रेस नेताओं ने भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष अरूण साव पर गंभीर आरोप लगाया और कहा कि छ्त्तीसगढ़ की तुलना इन्होंने तालिबान और पाकिस्तान से की थी जिससे छत्तीसगढ़ की जनता को गहरा आघात हुआ. काग्रेसी नेताओं के शिकायत पर पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज कर उनको नोटिस भेजा था इसी के विरोध में बीजेपी नेताओं ने सड़क पर उतरकर प्रदर्शन किया था.

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