नई दिल्ली। जदयू के राष्ट्रीय प्रवक्ता व पूर्व विधायक राजीव रंजन का गुरुवार को हार्ट अटैक से निधन हो गया। इससे पहले उनकी तबियत अचानक बिगड़ गई थी। उनके बेटे ने निधन की जानकारी दी। राजीव रंजन 2010 में वो इस्लामपुर से विधायक चुने गए थे। बाद में वो भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो […]
नई दिल्ली। जदयू के राष्ट्रीय प्रवक्ता व पूर्व विधायक राजीव रंजन का गुरुवार को हार्ट अटैक से निधन हो गया। इससे पहले उनकी तबियत अचानक बिगड़ गई थी। उनके बेटे ने निधन की जानकारी दी। राजीव रंजन 2010 में वो इस्लामपुर से विधायक चुने गए थे। बाद में वो भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गए। बीजेपी में उन्हें प्रदेश उपाध्यक्ष और प्रवक्ता बनाया गया। 2023 में भाजपा को छोड़कर फिर से जदयू में शामिल हो गए।
पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव सह राष्ट्रीय प्रवक्ता राजीव रंजन जी का असामयिक निधन अत्यंत दुःखद है।
जनता दल (यूनाइटेड) परिवार की ओर से उन्हें विनम्र श्रद्धांजलि।
ईश्वर से प्रार्थना है कि दिवंगत पुण्यात्मा को अपने श्री चरणों में स्थान और शोकाकुल परिजनों को यह अथाह दुःख सहने की… pic.twitter.com/59eNIj336P
— Janata Dal (United) (@Jduonline) July 25, 2024
राजीव रंजन के निधन से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को बड़ी क्षति हुई है। वो सीएम के करीबी नेताओं में गिने जाते थे। हाल ही में उन्हें पार्टी में राष्ट्रीय महासचिव और राष्ट्रीय प्रवक्ता की जिम्मेदारी सौंपी गई थी। पिछले महीने दिल्ली में जदयू की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में उन्हें राष्ट्रीय महासचिव बनाया गया था।
राजीव रंजन के निधन पर नीतीश कुमार ने दुःख जताते हुए कहा कि इस्लामपुर के पूर्व विधायक एवं जदयू के राष्ट्रीय प्रवक्ता राजीव रंजन का असामयिक निधन दुःखद। वे एक कुशल राजनीतिज्ञ एवं समाजसेवी थे। राजीव रंजन जी के साथ मेरा व्यक्तिगत संबंध था। उनके निधन से मर्माहत हूं। राजीव रंजन जी के निधन से राजनीतिक एवं सामाजिक क्षेत्र में अपूरणीय क्षति हुई है। दिवंगत आत्मा की चिर शांति के लिए ईश्वर से प्रार्थना है।
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