मांस कारोबारी अलीमुद्दीन अंसारी की पीट-पीटकर हत्या मामले के दोषियों का स्वागत करने पर केंद्रीय मंत्री जयंत सिन्हा घिरते नजर आ रहे हैं. 42 पूर्व नौकरशाहों ने उन्हें मोदी मंत्रिपरिषद से हटाने की मांग की है. जयंत सिन्हा के पिता और अटल सरकार में मंत्री रहे यशवंत सिन्हा भी बेटे के इस कृत्य पर नाराजगी जाहिर कर चुके हैं.
नई दिल्लीः मांस कारोबारी अलीमुद्दीन अंसारी की पीट-पीटकर हत्या मामले के दोषियों का स्वागत करने पर केंद्रीय मंत्री जयंत सिन्हा की मुश्किलें बढ़ती नजर आ रही हैं. विपक्षी नेताओं के विरोध के बाद अब मुंबई पुलिस के पूर्व कमिश्नर जूलियो रिबेरो, पूर्व सूचना आयुक्त वजाहत हबीबुल्ला समेत 42 पूर्व नौकरशाहों ने सिन्हा को मंत्रिपरिषद से हटाने की मांग कर डाली है.
पूर्व आईएएस-आईपीएस अधिकारियों ने बयान जारी कर कहा, ‘केंद्रीय मंत्री जयंत सिन्हा के इस कदम से दोषियों को अल्पसंख्यकों की हत्या का लाइसेंस मिलने का मैसेज जा रहा है.’ उन्होंने आगे कहा कि सिन्हा के ऐसा करने से इस तरह के गंभीर अपराधों में लिप्त आरोपियों की वित्तीय, कानूनी और राजनीतिक मदद को बढ़ावा मिलेगा और ऐसे अपराध और ज्यादा सामने आएंगे.
क्या है मामला?
29 जून, 2017 को झारखंड के रामगढ़ में मांस कारोबारी अलीमुद्दीन अंसारी की गोमांस ले जाने के शक में पीट-पीटकर हत्या कर दी गई थी. इसी साल मार्च में निचली अदालत ने बीजेपी नेता नित्यानंद महतो समेत 11 आरोपियों को दोषी करार देते हुए उम्रकैद की सजा सुनाई थी. 30 जून को इनमें से 8 दोषियों को झारखंड हाईकोर्ट से जमानत मिल गई.
हजारीबाग से सांसद हैं जयंत सिन्हा
बीते बुधवार को जब सभी आरोपी हजारीबाग की जय प्रकाश नारायण सेंट्रल जेल से बाहर निकले तो केंद्रीय मंत्री और हजारीबाग से सांसद जयंत सिन्हा इनका स्वागत करने पहुंचे. सिन्हा ने सभी को मालाएं पहनाईं और मिठाइयां दीं. उन्होंने ऊपरी अदालत में उनका केस लड़ने का आश्वासन भी दिया. इसके बाद जयंत सिन्हा विपक्ष के निशाने पर आ गए. विपक्ष ने भी सिन्हा को तत्काल कैबिनेट से बाहर करने की मांग की.
पिता ने भी जताई नाराजगी
जयंत सिन्हा के पिता और पूर्व वित्त मंत्री यशवंत सिन्हा ने भी इस पर नाराजगी जाहिर करते हुए ट्वीट किया, ‘पहले मैं लायक बेटे का नालायक बाप था. अब भूमिका बदल गई है. यह ट्विटर है. मैं अपने बेटे की करतूत को सही नहीं ठहराता. लेकिन मैं जानता हूं कि इससे और गाली-गलौच होगी. आप कभी नहीं जीत सकते.’ इसके बाद उन्होंने एक और ट्वीट किया, ‘जब मैंने वर्तमान सरकार के खिलाफ बोलना शुरू किया तो अनेक लोगों ने कहा कि लायक बाप के नालायक बेटे के बारे में सुना था लेकिन लायक बेटे के नालायक बाप का यह पहला उदाहरण है. अब लोग यह कह रहे हैं कि यशवंत का बेटा ऐसा कैसे निकला.मेरे ट्वीट की यही पृष्ठभूमि थी. समझ गए.’
Earlier I was the Nalayak Baap of a Layak Beta. Now the roles are reversed. That is twitter. I do not approve of my son's action. But I know even this will lead to further abuse. You can never win.
— Yashwant Sinha (@YashwantSinha) July 7, 2018
जब मैंने वर्तमान सरकार के खिकफ बोलना शुरू किया तो अनेक लोगों ने कहा कि लायक बाप के नालायक बेटे के बारे में सुना था लेकिन लायक बेटे के नालायक बाप का यह पहला उदाहरण है। अब लोग यह कह रहे हैं कि यशवंत का बेटा ऐसा कैसे निकला। मेरे ट्वीट के यही पृष्ठभूमि थी। समझ गए।
— Yashwant Sinha (@YashwantSinha) July 8, 2018
जयंत सिन्हा ने आरोपियों का माला पहनाकर किया स्वागत तो कपिल सिब्बल ने बीजेपी को बताया लिंच पुजारी