चंडीगढ़: अमृतसर के अजनाला में खालिस्तान समर्थक विद्रोह के बाद पंजाब पुलिस बचाव की मुद्रा में है। अजनाला विद्रोह की मुख्य वजह लवप्रीत तूफान सिंह को भी प्रशासन रिहाई देने को तैयार है। लवप्रीत तूफान वारिस पंजाब डे संगठन के प्रमुख अमृतपाल सिंह के काफी करीबी हैं। गुरुवार को अजनाला में खालिस्तान समर्थक अमृतपाल सिंह के साथ सैकड़ों लोगों ने तलवारों, बंदूकों और लाठियों से थाने पर हमला कर दिया। करीब 5 घंटे तक थाने पर हंगामा होता रहा और पुलिसकर्मी सहम गए। इस हमले में 6 से अधिक पुलिसकर्मी भी घायल हुए थे, तब दंगा शांत हुआ जब पुलिस ने दावा किया कि उन्होंने लवप्रीत तूफान को रिहा कर दिया है।

 

कौन हैं लवप्रीत तूफान सिंह?

लवप्रीत तूफान वारिस संगठन के पंजाब प्रमुख अमृतपाल सिंह के लिए बहुत खास हैं। वह गुरदासपुर जिले से ताल्लुक रखता है और वारिस पंजाब डे का सक्रिय सदस्य हैं। हाल ही में उसका नाम अपहरण से जुड़े एक मामले में सामने आया था। लवप्रीत तूफान पर अमृतपाल सिंह के खिलाफ टिप्पणी करने वाले शख्स का अपहरण करने का आरोप है। लवप्रीत पर उस युवक को पीटने का भी आरोप लगा था। हालांकि, उसके परिवार का दावा है कि उसे गलत फंसाया गया है और वह पूरी तरह से निर्दोष है।

 

पुलिस सफाई देती नज़र आई

अजनाला थाने में हुई भगदड़ के बाद देरी से पहुँची पंजाब पुलिस अब मामले पर पर्दा डालने में लगी है। अमृतसर देहात के एसएसपी सतिंदर सिंह ने कहा कि वह उस हिंसा में शामिल नहीं थे जिसमें लवप्रीत तूफान सिंह को 15 फरवरी को गिरफ्तार किया गया था। पुलिस के पास इस बात के पुख्ता सबूत हैं कि तूफान सिंह घटनास्थल पर मौजूद नहीं था।

 

 

अमृतपाल ने पुलिसकर्मी को जिम्मेदार बताया

अजनाला थाने में दंगा और पांच घंटे थाने पर कब्जा करने वाले अमृतपाल सिंह ने इस दंगे के लिए पुलिस को जिम्मेदार बताया था। इस पूरे मामले को लेकर उसका आरोप था कि तूफान को गलती से गिरफ्तार कर लिया गया। तूफान सिंह के तबादले की माँग को लेकर अमृतपाल सिंह और उनके समर्थकों ने हंगामा खड़ा कर दिया है। इसमें पुलिस के साथ-साथ दंगाई भी ज़ख़्मी हो गए। अमृतपाल सिंह के मुताबिक उनके 21 साथी घायल हो गए। हालाँकि, उसने पुलिस को बताया कि वह पूरी तरह से जिम्मेदार था और कहा कि पुलिस के कारण भीड़ नाराज थी।

 

खुफिया एजेंसियां ​​रख रही हैं नजर

मिली जानकारी के मुताबिक, वारिस पंजाब डी संगठन के मुखिया अमृतपाल सिंह खुफिया एजेंसियों के निशाने पर हैं। अमृतपाल पर खालिस्तानी आंदोलन को बढ़ावा देने का आरोप है। हाल ही में पंजाब के पूर्व सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह ने अमृतपाल सिंह पर आईएसआई को भड़काने का आरोप लगाया था, कैप्टन ने कहा था कि अमृतपाल सिंह को दुबई से पंजाब आईएसआई ने भेजा था, इसलिए खालिस्तानी मुद्दे को फिर से भड़काया जा सकता है। इसके अलावा अमित शाह को धमकी देने के मामले में भी अमृतपाल सिंह का नाम सामने आया था।

 

यह भी पढ़ें

 

Relationship: क्या है तलाक-ए-हसन? जानिए इस्लाम में कितने तरीके के होते हैं तलाक