जेल में कुक को हटाकर लालू यादव ने खुद बनाया खाना, चाव से खा रहे करेले-कटहल की सब्जी

चारा घोटाले के दोषी बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव को बिरसा मुंडा जेल का खाना पसंद नहीं आ रहा है, इसलिए वह आजकल अपने लिए खुद खाना बना रहे हैं. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, लालू यादव ने जेल के रसोइए को हटाकर खुद अपने लिए तोरई और करेले की सब्जी बनाई. इतना ही नहीं, लालू ने अगले दिन अपने लिए कटहल और सहजन की सब्जी भी बनाई थी.

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जेल में कुक को हटाकर लालू यादव ने खुद बनाया खाना, चाव से खा रहे करेले-कटहल की सब्जी

Aanchal Pandey

  • December 27, 2017 2:02 pm Asia/KolkataIST, Updated 7 years ago

नई दिल्लीः बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव को जेल का खाना पसंद नहीं आ रहा है, इसलिए वह आजकल अपने लिए खुद खाना बना रहे हैं. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, लालू यादव ने जेल के रसोइए को हटाकर खुद अपने लिए तोरई और करेले की सब्जी बनाई. इतना ही नहीं, लालू ने अगले दिन अपने लिए कटहल और सहजन की सब्जी भी बनाई थी. लालू प्रसाद यादव जेल में पूरी तरह शाकाहारी हो गए हैं. उन्हें जेल में अब हरी सब्जियां दी जा रही हैं, जो जेल परिसर में ही उगाई गईं हैं.

चारा घोटाले में दोषी करार दिए जाने के बाद न्यायिक हिरासत में बिरसा मुंडा सेंट्रल जेल भेजे गए आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव कुछ दिन पहले जेल की मेस में पहुंच गए. यहां कुक को हटाकर उन्होंने अपनी पसंद की नेनुआ की सब्जी, अरहर दाल और करेले की भुजिया खुद तैयार की. लालू के लिए दरभंगा से भी ताजी सब्जियां मंगाई गईं. जेल के कुक भी उनके खाने की तारीफ कर रहे हैं. लालू यादव को खैनी भी खूब पसंद है. आरजेडी के एक कार्यकर्ता ने लालू के लिए पटना से खैनी लाकर दी है. जेल के कुक ही लालू को खैनी बनाकर दे रहे हैं.

लालू को हर रोज अखबार दिया जाता है. जिस सेल में लालू को रखा गया है वहां टीवी लगा हुआ है. हालांकि टीवी पर लालू सिर्फ कुछ चुनिंदा चैनल ही देख सकते हैं. लालू की सेल में अटैच बाथरूम भी है. मछली और अंडे के शौकीन लालू जेल में पूरी तरह शाकाहारी हो गए हैं. एक बार लालू ने कहा था कि भगवान शिव ने उन्हें सपने में दर्शन दिए और मांसाहार छोड़ने की बात कही. जिसके बाद से उन्होंने मांसाहार का त्याग कर दिया. दूसरी ओर जेल में लालू से मिलने वालों का तांता लगा हुआ है. जेल के बाहर भी उनके समर्थक उनसे मिलने आ रहे हैं लेकिन जेल मैन्युअल के हिसाब से एक हफ्ते में तीन ही लोग लालू से मिल सकते हैं. ऐसे में कई आरजेडी कार्यकर्ता निराश हैं. आरजेडी नेताओं का कहना है कि 2013 में लालू यादव जब जेल में बंद थे तो इस तरह की बंदिशें नहीं थीं. केंद्र में बीजेपी सरकार होने के कारण उन्हें प्रताड़ित किया जा रहा है.

 

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