इंफाल: इस साल मई महीने में मणिपुर में शुरू हुई हिंसा अभी भी जारी है जिसकी आग में अब तक सैकड़ों लोग जल चुके हैं. राज्य में हुई हिंसा से जुड़े कई दर्दनाक दृश्य सोशल मीडिया पर वायरल भी होते रहे हैं. बीते महीने सोशल मीडिया पर मणिपुर से दो महिलाओं को नग्न कर परेड […]
इंफाल: इस साल मई महीने में मणिपुर में शुरू हुई हिंसा अभी भी जारी है जिसकी आग में अब तक सैकड़ों लोग जल चुके हैं. राज्य में हुई हिंसा से जुड़े कई दर्दनाक दृश्य सोशल मीडिया पर वायरल भी होते रहे हैं. बीते महीने सोशल मीडिया पर मणिपुर से दो महिलाओं को नग्न कर परेड करवाने का वीडियो सामने आया. इस वीडियो ने मणिपुर से लेकर संसद को हिला दिया. इस वीडियो ने मणिपुर हिंसा के मुद्दे को पूरे देश के सामने लाने का काम किया.
फिलहाल वहां स्थिति काबू में बताई जा रही हैं. स्थिति को देखते हुए हिंसा के पूरे 143 दिनों बाद राज्य में इंटरनेट सेवा बहाल कर दी गई हैं. शनिवार को इंटरनेट सेवाएं बहाल होने के बाद राज्य से कई भयावह तस्वीरें सामने आई हैं. जहां जुलाई में लापता हुए दो बच्चों की मौत के मामले से जुड़ी एक तस्वीर भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है. दोनों बच्चे मैतेई समुदाय से ताल्लुक रखते थे जिनके शवों की तस्वीरें सोशल मीडिया पर इस समय आग की तरह फ़ैल रही हैं.
दोनों बच्चों की पहचान 20 साल के फिजाम हेमजीत और 17 साल की नाबालिग लड़की हिजाम लिनथोइंगंबी के तौर पर हुई है. दोनों की मौत के पहले की भी तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हो रही हैं जिसमें दोनों हथियारबंद लोगों के साथ बैठे दिखाई दे रहे हैं. हेमजीत काली हुडी पहने हुए है तो वहीं हिजाम ने सफेद टी-शर्ट पहन रखी है. हैरानी की बात ये है कि जहां दोनों के शव है ये तस्वीरें भी उसी जगह की है.
इंटरनेट बहाल होने के साथ ही दोनों सामने आई लेकिन दोनों लापता छात्रों को अब तक ढूंढा नहीं गया है. आरोप है कि दोनों के शवों को अब तक बरामद नहीं किया गया है. इन तस्वीरों ने एक बार फिर राज्य में कानून-व्यवस्था की स्थिति पर सवाल खड़े कर दिए हैं. ये मामला मणिपुर हिंसा में गठित क्रूरता की भयावह घटनाओं में से एक माना जा रहा है. ये मामला CBI को सौंप दिया गया है जहां सीएम बीरेन ने कहा है कि सीबीआई ने छात्रों के लापता होने की परिस्थितियों का पता लगाने और हत्या करने वाले अपराधियों की पहचान करने के लिए जांच शुरू कर दी है.