दिल्ली सरकार ने प्रदूषण से निपटने के लिए ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (GRAP) के तीसरे चरण को सख्ती से लागू कर दिया है। पहले ही दिन नियमों का उल्लंघन करने वालों पर 5.85 करोड़ रुपये का जुर्माना लगाया गया।
नई दिल्ली: राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में शनिवार को वायु गुणवत्ता और खराब हो गई, जिससे कई इलाकों की हवा गंभीर श्रेणी में पहुंच गई। दिल्ली सरकार ने प्रदूषण से निपटने के लिए ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (GRAP) के तीसरे चरण को सख्ती से लागू कर दिया है। पहले ही दिन नियमों का उल्लंघन करने वालों पर 5.85 करोड़ रुपये का जुर्माना लगाया गया।
शनिवार को शाम 4 बजे दिल्ली का 24 घंटे का AQI 417 पर पहुंच गया, जो देश में सबसे खराब स्तर था। शुक्रवार को यह स्तर 396 था। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) के अनुसार, गंभीर श्रेणी की हवा स्वस्थ व्यक्तियों के लिए खतरनाक है और बीमार लोगों की स्थिति और खराब कर सकती है।
CPCB के आंकड़ों के अनुसार, दिल्ली के 39 निगरानी स्टेशनों में से अधिकांश का AQI 400 से ऊपर था। केवल श्री अरबिंदो मार्ग की वायु गुणवत्ता गंभीर श्रेणी से नीचे रही। पड़ोसी राज्यों में भी स्थिति चिंताजनक है। हरियाणा के जींद का AQI 394 और बहादुरगढ़ का 388 दर्ज किया गया।
शुक्रवार से GRAP के तीसरे चरण के तहत कई सख्त पाबंदियां लागू की गई हैं। बीएस-III पेट्रोल और बीएस-IV डीजल वाहनों पर रोक के बावजूद सड़कों पर चलने वाले वाहनों के खिलाफ पुलिस ने कड़ा रुख अपनाया है। शुक्रवार को 550 चालान जारी किए गए और 1 करोड़ रुपये से अधिक का जुर्माना लगाया गया।
प्रदूषण नियंत्रण प्रमाणपत्र (PUCC) नहीं रखने वाले 4,855 वाहनों पर कार्रवाई करते हुए 4.85 करोड़ रुपये का जुर्माना लगाया गया। PUCC न रखने पर 10,000 रुपये के जुर्माने का प्रावधान है। शनिवार को दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने कश्मीरी गेट अंतरराज्यीय बस टर्मिनल का निरीक्षण किया। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा शासित राज्यों से प्रतिबंध के बावजूद बीएस-IV डीजल बसें भेजी जा रही हैं, जिससे राजधानी में प्रदूषण बढ़ रहा है।
सरकार और पुलिस की संयुक्त कार्रवाई के बावजूद, राजधानी की हवा में सुधार की कोई तुरंत संभावना नजर नहीं आ रही है। विशेषज्ञों ने लोगों से घर के अंदर रहने और जरूरी सावधानी बरतने की अपील की है।
ये भी पढ़ें: प्रदूषण नियंत्रण करने में विफल सरकार, सर्वे में लोगों ने ये क्या बोल दिया !